खेल
01-Feb-2023
...


सिडनी (ईएमएस)। हाल के दिनों में जिस प्रकार टी20 क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ी है। उससे टेस्ट क्रिकेट के साथ ही एकदिवसीय मैचों के प्रति भी लोगों का रुझान घट है। ऐसे में युवा क्रिकेटर सीमित ओवरों के क्रिकेट की ओर जा रहे हैं जिससे दिग्गजों को लाल गेंद के क्रिकेट के भविष्य पर संकट नजर आ रहा है। अब यही आशंका ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी बल्लेबाज डेविड वार्नर ने भी जतायी है। वार्नर के अनुसार उन्हें टेस्ट क्रिकेट का अस्तित्व खतरे में नजर आ रहा है क्योंकि युवा क्रिकेटर खेल के सबसे लंबे प्रारूप पर सफेद गेंद वाले क्रिकेट को प्राथमिकता दे रहे हैं। इस सलामी बल्लेबाज ने युवाओं से कहा कि क्रिकेटर टेस्ट क्रिकेट खेले बिना एक लंबा और सफल करियर नहीं बना सकता इसलिए उन्हें टेस्ट क्रिकेट खेलने पर विचार करना चाहिये। वार्नर ने सिडनी थंडर के अपने एक साथी क्रिकेटर ओलिवर डेविस का उदाहरण देते हुए बताया कि जब प्रारूपों के बीच चयन करने की बात आती है तो आने वाले क्रिकेटर सीमित ओवरों को ही प्राथमिकता देत हैं। वार्नर ने कहा कि उन्होंने बिग बैश लीग में खेलने के दौरान डेविस सहित अपने युवा साथियों को टेस्ट क्रिकेट की अहमियत समझाने का प्रयास किया पर असफल रहा। वार्नर ने कहा कि फ्रेचाइजी-आधारित टी20 लीग के बढ़ने के साथ ही दुनिया भर के अधिकांश क्रिकेटरों ने लीग से जुड़े मौद्रिक लाभों के कारण छोटे फॉर्मेट को प्राथमिकता देना शुरू कर दिया है। वार्नर ने कहा मैं डेविस से बात कर रहा था। उसे सफेद गेंद वाला क्रिकेट खेलना पसंद है इस कारण मैं उसे जल्द लाल गेंद वाला क्रिकेट खेलते हुए नहीं देख सकता।अगर वह अपना दिमाग लगाना चाहता है तो वह निश्चित रूप से खेल सकता है। पर मुझे इस बात का थोड़ा डर है कि अगले पांच से 10 वर्षों में क्या होने वाला है। उन्होंने कहामैं आने वाले समय में क्रिकेटरों को लाल-गेंद क्रिकेट और टेस्ट क्रिकेट खेलते हुए देखना पसंद करूंगा क्योंकि यही वह विरासत है जिसे आपको पीछे छोड़ना चाहिए। साथ ही कहा कि आजकल युवा पैसा कमाने के लिए लीग क्रिकेट के पीछे भाग रहे हैं और इसी कारण वे टेस्ट क्रिकेट का आनंद नहीं ले पाते। गिरजा/ईएमएस 01 फरवरी 2023