ज़रा हटके
02-Feb-2023
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- नए अध्ययन में 90 प्रतिशत तक मौते करने का दावा नई दिल्‍ली (ईएमएस)। पहली दो खुराक की तुलना में तीसरी बूस्‍टर डोज के जरिए कोरोना वायरस से जुड़ी मौतों को 90 प्रतिशत तक कम कर सकते हैं। यह दावा किया है हांगकांग विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं की एक टीम ने। हांग कांग विश्वविद्यालय के एस्तेर चैन ने कहा ‘हमने मल्टीमॉर्बिडिटी वाले वयस्कों में कोविड-19 से संबंधित मौत का जोखिम काफी हद तक कम पाया जिन्हें बीएनटी162बी2 एक एमआरएनए वैक्सीन या कोरोनावैक एक निष्क्रिय संपूर्ण-वायरस वैक्सीन की होमोलॉगस बूस्टर खुराक मिली।’ चैन ने कहा ‘ये परिणाम ओमिक्रॉन महामारी के बीच मल्टीमॉर्बिडिटी वाले लोगों में मृत्यु दर को कम करने में दो अलग-अलग तकनीकी प्लेटफार्मों के टीकों की बूस्टर खुराक की प्रभावशीलता का समर्थन करते हैं।’लेखक और हांगकांग विश्वविद्यालय के एक वैज्ञानिक सैड फ्रांसिस्को लाइ कहते हैं कि हमारे निष्कर्ष बताते हैं कि इस समय पर बड़े पैमाने पर सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय ने महामारी के बीच मृत्यु दर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विशेष रूप से अलग-अलग समुदाय के लोगों के बीच इसका अध्‍‍‍‍‍ययन किया गया। अध्‍ययन के निष्कर्ष के अनुसार बूस्टर टीकाकरण से संभावित लाभ को उजागर करते हैं विशेष रूप से बहुमूत्रता के साथ रहने वाली कमजोर आबादी में और पहले बूस्टर से परे सार्स-कोव-2 टीकों के भविष्य के बूस्टर खुराक के लिए पुराने लोगों और पुरानी स्थिति वाले लोगों पर हाल के फोकस का समर्थन करते हैं। बता दें कि कोविड महामारी का खतरा अभी भी बना हुआ है और दुनिया के कुछ देशों में तो हालात चिंताजनक हैं। सुदामा/ईएमएस 02 फरवरी 2023