अंतर्राष्ट्रीय
07-Feb-2023
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कीव (ईएमएस)। यूक्रेन के खिलाफ जंग में रूस ने एक नया हथकंडा आजमाना शुरू किया है। दरअसल, यूक्रेन के कब्जे वाले क्षेत्रों में कठोर सजा देने के मकसद से उन कॉलोनियों से सजायाफ्ता महिलाओं की भर्ती कर रहा है, ताकि मॉस्को के युद्ध के प्रयासों में मदद मिल सके। यूक्रेनी सेना की एक रिपोर्ट में इसका जिक्र किया गया है। अपनी खुफिया रिपोर्ट में, यूक्रेन की सेना ने कहा है कि रूसी सेना इसके जरिए अपनी सेना में हुई कमी को ‘फिर से भरने’ की कोशिश कर रही है। आगामी 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के हमलों की शुरुआत को एक साल पूरा हो जाएगा। बयान में कहा गया है कि सेना में नुकसान की भरपाई करने के लिए दुश्मन दोषी महिलाओं को जंग में भाग लेने के लिए आकर्षित करने की कोशिश कर रहा है। एक सप्ताह के दौरान, मॉस्को ने डोनेट्स्क क्षेत्र के अस्थायी रूप से कब्जे वाले क्षेत्र में स्निज़्ने शहर की महिला सुधारक कॉलोनी से लगभग 50 लोगों को भर्ती किया है। यह भी ज्ञात है कि उन्हें प्रशिक्षण के लिए रूसी संघ के क्षेत्र में भेजा गया था। पिछले साल सितंबर में, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने अपने सैन्य अभियान का समर्थन करने के लिए 300,000 रिजर्व सेना का मसौदा तैयार करने के उद्देश्य से रूस में आंशिक लामबंदी का आदेश दिया था। हालांकि, बाद की रिपोर्टों में बताया गया है कि रूस अपनी सेना को मजबूत करने के लिए बेघर लोगों और कम सैन्य अनुभव वाले लोगों की भर्ती कर रहा था। दूसरी ओर, यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में 5 फरवरी को रूस के मिसाइल हमलों में 5 लोग घायल हुए थे। खारकीव के क्षेत्रीय गवर्नर ओलेह सिनीहुबोव ने कहा रूसी एस-300 मिसाइल के एक अपार्टमेंट परिसर के पास गिरने से चार लोग घायल हो गए। वहीं, एक मिसाइल के शैक्षणिक भवन के पास गिरने से एक व्यक्ति घायल हो गया। स्थानीय मीडिया की खबरों में कहा गया है कि शहर के मध्य हिस्से से लगभग 700 मीटर की दूरी पर स्थित टनेशनल एकेडमी फॉर अर्बन इकोनॉ’ के भवन को निशाना बनाकर हमले किए गए।