राष्ट्रीय
08-Feb-2023
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पणजी (ईएमएस)। 100 रूसी नागरिक अंधेरे में नाटक के लिए एकत्रित हुए, काली पोशाक पहने और मशालें लिए हुए थे, तब पलीम के लोग यह देखकर सहम गए, उन्हें लगा कि उनका गांव में काला जादू करने वाले आ गए हैं। नाटक पिछले हफ्ते पेरनेम तालुका के गांव में एक बरगद के पेड़ के नीचे हुआ। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि रूसी नागरिक इलाके में काला जादू कर रहे है। रूसी नागरिकों को वहां से भगा दिया गया। लोगों ने पूजापाठ शुरू कर दी। वहीं रूसी नागरिकों ने कहा कि लोगों को गलतफहमी हुई थी कि हम लोग काला जादू कर रहे हैं। हम लोग विक्रमादित्य पर नाटक परफॉर्म कर रहे थे। घटना 30 जनवरी को उत्तर गोवा जिले की पेरनेम तालुका की है, जब स्थानीय लोगों के एक समूह ने नाटक के मंचन को रुकवा दिया। रूस की नागरिक ओल्गा माखनोवेत्सकी और बेलारूस के नागरिक मिकोला द्रेनिच ने खुद को थिएटर कलाकार और रशियन स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स से स्नातक बताया। रूसी कलाकारों ने बताया कि उन्होंने प्रस्तुति से पहले स्थानीय पंचायत को सूचित किया था। मखनोवेत्स्की ने कहा, हम वह गलतफहमी दूर करना चाहते हैं, जो हमारी प्रस्तुति के दौरान काले जादू की अफवाह के चलते उत्पन्न हुई है। हम इस पूरी तरह स्पष्ट करना चाहते हैं कि हम पादरी नहीं हैं और किसी भी धार्मिक संगठन के समर्थक नहीं है। मखनोवेत्स्की ने बताया कि वह रूस के जाने-माने फिल्मकार यूरी मरिन की बेटी हैं। मरिन को विंडो टू पेरिस के लिए जाना जाता है। घटना पर उन्होंने कहा, कहा कि हम सिर्फ प्रस्तुति देते हैं। शनिवार को होने वाले प्रदर्शन के बारे में, माखनोवेट्स्की ने कहा कि यह राजा विक्रमादित्य की शनि ग्रह पर सात साल की परीक्षा की कहानी थी। उन्होंने कहा, कहानी में भारतीय संस्कृति की एक मजबूत विरासत है, जिसे हम बहुत प्यार करते हैं। यह कार्यक्रम शनिवार को आयोजित किया गया था क्योंकि शनिवार का दिन शनि ग्रह का होता है।