व्यापार
08-Feb-2023
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-एल्यूमिनियम एसोसिएशन ऑफ इंडिया की साझेदारी में आयोजित होगा सम्मेलन -एल्यूमिनियम उद्योग के अगुवा कर सकेंगे नए विचारों, उत्कृष्ट कार्य संस्कृतियों एवं प्रक्रियाओं का आदान-प्रदान -सम्मेलन में प्रतिभागी हो सकेंगे एल्यूमिनियम क्षेत्र के नवाचारों और प्रगति से रूबरू कोरबा (ईएमएस) देश में एल्यूमिनियम की सबसे बड़ी उत्पादक कंपनी वेदांता एल्यूमिनियम की ओर से पहले अंतरराष्ट्रीय एल्यूमिनियम सम्मेलन (आईएसी-2023) का आयोजन कंपनी के झारसुगुड़ा स्थित प्रचालन परिसर में 9 और 10 फरवरी को किया जाएगा। एल्यूमिनियम एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एएआई) के सहयोग से आयोजित सम्मेलन की थीम है-‘‘भारत को बनाएं दुनिया की एल्यूमिनियम राजधानी’’ आईएसी-2023 का उद्देश्य वैश्विक एल्यूमिनियम उद्योग और उनके स्टेकहोल्डरों को एक मंच पर लाना है। आयोजन में ग्राहकों, उपभोक्ताओ, एल्यूमिनियम उद्योग संबंधी तकनीक एवं कच्चे माल के आपूर्तिकर्ताओं, सेवा प्रदाताओं और मूल्य श्रृंखला के अन्य भागीदारों को शामिल होने का अवसर मिलेगा। सम्मेलन के दौरान एल्यूमिनियम उद्योग के नेतृत्वकर्ता श्रेष्ठ विचारों, कार्य संस्कृतियों एवं प्रक्रियाओं का आदान-प्रदान करेंगे। एल्यूमिनियम उद्योग के नवाचारों, प्रगति, सस्टेनिबिलिटी प्रोत्साहन और चक्रीय अर्थव्यवस्था की निरंतरता में उद्योग के योगदान से प्रतिभागी रूबरू होंगे। सम्मेलन में विभिन्न प्रतिभागियों की तकनीकी प्रस्तुतियां होंगी। इनमें प्राथमिक धातु उत्पादकों, उपकरणों के आपूर्तिकर्ताओं, उत्पाद विकास करने वाली टीमों, शैक्षणिक संस्थाओं, अनुसंधान केंद्र और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुतियां दी जाएंगी। उद्योग के नेतृत्वकताओं की ओर से वैश्विक एल्यूमिनियम उद्योग के भविष्य एवं इसे मजबूत बनाने की रणनीतियों पर पैनल सत्रों के दौरान विचार साझा किए जाएंगे जिसमे विनिर्माण क्षेत्र में वैश्विक निवेश आकर्षित करने की दिशा में भारतीय एल्यूमिनियम उद्योग के समक्ष अवसर, उभरते क्षेत्रों में एल्यूमिनियम मिश्रधातुओं का इस्तेमाल, एल्यूमिनियम उद्योग को कार्बन मुक्त बनाने और हरित एल्यूमिनियम की संभावनाएं, एल्यूमिनियम के नए उत्पादों का विकास तथा विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ते प्रयोग और एल्यूमिनियम उद्योग में सस्टेनेबलिटी को प्रोत्साहन आदि विषयो पर विचार साझा किये जाएंगे। एल्यूमिनियम एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और वेदांता लिमिटेड के एल्यूमिनियम, पावर और पोर्ट बिजनेस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल शर्मा ने कहा कि ‘‘हमारा यह दृढ़ विश्वास है कि एल्यूमिनियम उद्योग में असीम संभावनाएं हैं और पहले अंतरराष्ट्रीय एल्यूमिनियम सम्मेलन की मेजबानी कर हम गौरवान्वित हैं। भारत में एल्यूमिनियम क्रांति के विचार को जन्म देना इसका उद्देश्य है। आईएसी-2023 एल्यूमिनियम उद्योग बिरादरी की एकजुटता और सस्टेनेबल भविष्य की दिशा में आगे बढ़़ने का बेहतरीन अवसर है। दुनियाभर के उद्योगों के नेतृत्वकर्ताओं के झारसुगुड़ा में स्वागत के लिए हम तत्पर हैं। मुझे विश्वास है कि भारतीय एल्यूमिनियम उद्योग का भविष्य हम मिलकर संवारेंगे।’’ आईएसी-2023 के दौरान आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी में उद्योग के नेतृत्वकर्ता, नए युग के स्टार्ट-अप और एल्यूमिनियम उद्योग मूल्य श्रृंखला के वैश्विक आपूर्तिकर्ता अपनी विनिर्माण क्षमता का प्रदर्शन करेंगे। अधिक जानकारी के लिए aluminiumsummit.jsg@vedanta.co.in पर मेल कर सकते हैं। भारतीय एल्यूमिनियम उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के उद्देष्य से 1981 में एल्यूमिनियम एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एएआई) की स्थापना की गई। प्राथमिक उत्पादकों और डाउनस्ट्रीम विनिर्माताओं से लेकर अंतिम उपभोक्ताओं तक तथा अनुसंधान एवं विकास संगठनों को एएआई भारतीय एल्यूमिनियम औद्योगिक परिदृश्य में प्रतिनिधित्व प्रदान करता है। एएआई का मिशन एल्यूमिनियम उद्योग और उसके भागीदारों का मंच तैयार करना है जो इस उद्योग की साझा नीतियां और रणनीतियां बना कर एल्यूमिनियम और उसके अनुप्रयोगों के विकास और बढ़ोत्तरी में योगदान दे। वेदांता लिमिटेड की इकाई वेदांता एल्यूमिनियम भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में 22.7 लाख टन उत्पादन के साथ कंपनी ने भारत के कुल एल्यूमिनियम का आधे से ज्यादा हिस्सा उत्पादित किया। यह मूल्य संवर्धित एल्यूमिनियम उत्पादों के मामले में अग्रणी है, इन उत्पादों का प्रयोग कई अहम उद्योगों में किया जाता है। वेदांता एल्यूमिनियम को एल्यूमिनियम उद्योग में डाउ जोंस सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स (डीजेएसआई) 2022 में दूसरी वैश्विक रैंकिंग मिली है, जो इसकी सस्टेनेबल डेवलपमेंट प्रक्रियाओं का प्रमाण है। देश भर में अपने विश्वस्तरीय एल्यूमिनियम स्मेल्टर्स, एल्यूमिना रिफाइनरी और पावर प्लांट्स के साथ कंपनी हरित भविष्य के लिए विभिन्न कार्यों में एल्यूमिनियम के प्रयोग को बढ़ावा देने और इसे ‘भविष्य की धातु’ के रूप में पेश करने के अपने मिशन को पूरा करती है।