-जिनके बारे में सुनकर हो जाएंगे हैरान स्टॉकहोल्म (ईएमएस)। शादी को लेकर दुनियाभर में कई अजीबोगरीब और होश उड़ा देने वाली परंपराएं हैं, जिनके बारे में जानकर हैरानी होती है। शादी की रात कहीं पर दुल्हन को उसके दोस्त ही किडनैप कर ले जाते हैं, तो कहीं पर सुहागरात के दिन कमरे में दुल्हन की मां भी मौजूद रहती है। कहीं दूल्हा और दुल्हन के ऊपर काली स्याही फेंकी जाती है, ताकि उन्हें कोई बुरी नजर न लगे, तो कहीं पर दुल्हन के ऊपर टमाटर फेंका जाता है। लेकिन आज हम आपको शादी से जुड़ी जिस परंपरा के बारे में बताने जा रहे हैं, वो कुछ ज्यादा ही हैरान करने वाली है। अब सोचिए कि तब आपके ऊपर क्या गुजरेगी, जब आप सुनेंगे कि परंपरा के नाम पर दुल्हन को दूल्हे के दोस्त ही सरेआम किस करते हैं? यकीनन, ऐसे दोस्तों पर गुस्सा आएगा। लेकिन दुल्हन की सहेलियां भी पीछे नहीं रहती हैं। वे भी दूल्हे को दुल्हन से दूर ले जाकर उसे चूमती हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि भला ऐसी परंपरा क्या काम और कहां के लोग इसे निभाते हैं? ऐसे में बता दें कि स्वीडन में होने वाली क्रिश्चियन शादी में इस तरह के रिवाजों को निभाया जाता है। शादी के दौरान यहां पर दूल्हा और दुल्हन एक दूसरे को किस नहीं करते हैं, बल्कि गैर मर्द यानि कि दूल्हे के दोस्त-यार सरेआम उसकी होने वाली पत्नी को चूमते हैं। दूसरी ओर दुल्हन की सहेलियां भी इस मामले में पीछे नहीं रहतीं, वे दूल्हे को किस करती हैं। ऐसा माना जाता है कि इस परंपरा को निभाने के बाद नवविवाहित जोड़े की जिंदगी खुशनुमा गुजरती है। ये परंपरा सुनने में बहुत अजीब लग रही है, लेकिन स्वीडन में होने वाली क्रिश्चियन वेडिंग में इसका सभी लोग पालन करते हैं। दूल्हा और दुल्हन को भी इस परंपरा से कोई दिक्कत नहीं है और ना ही उनके परिवार वाले इस बात का बुरा मानते हैं। ये परंपरा स्वीडन के लिए बहुत सामान्य है। हैरत की बात ये है कि कोई भी शादीशुदा मर्द या औरत इन दूल्हे-दुल्हन को नहीं चूमते हैं, बल्कि दूल्हा-दुल्हन को वो लोग सरेआम किस करते हैं, जिनकी शादियां नहीं हुई होती हैं। यानी कि कुंवारी लड़के और अविवाहित लड़का ही दूल्हा-दुल्हन को किस करते हैं। हालांकि, स्वीडन में क्रिश्चियन के अलावा दूसरे शादियों में ऐसी परंपरा को नहीं निभाया जाता है। मालूम हो कि शादी में अगर दुल्हन को कोई छू दे तो हमारे दूल्हा आग-बबूला हो जाता है, वहीं दूल्हे को कोई लड़की परेशान करने लगे तो दुल्हन के तेवर बदल जाते हैं। शादी के दिन से ही दूल्हा-दुल्हन एक-दूसरे को लेकर सजग और गंभीर हो जाते हैं। लेकिन बात जब शादी से जुड़ी परंपराओं की हो तो हर नवविवाहित जोड़ा चुपचाप उन्हें निभा लेता है। सुदामा/ईएमएस 13 अगस्त 2024