नई दिल्ली(ईएमएस)। वंदे भारत एक्सप्रेस के जरिए मां लक्ष्मी की कृपा बरसने वाली है। वजह ये है कि रेलवे ने वित्त वर्ष 2025-26 में पैसेंजर रेवेन्यू के 16 प्रतिशत की ग्रोथ के साथ 92,800 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान जताया है। रेलवे को उम्मीद है कि वंदे भारत समेत एसी3 क्लास और प्रीमियम ट्रेनों की बढ़ती मांग से यात्रियों से होने वाली इनकम में उछाल आएगी। इसके उलट माल ढुलाई से होने वाली आय 4.4 प्रतिशत की मामूली बढ़ोतरी की उम्मीद है। बजट दस्तावेजों के मुताबिक रेलवे के कुल रेवेन्यू में पैसेंजर इनकम का हिस्सा 2022-23 में 26.4प्रतिशत था जो चालू वित्त वर्ष के संशोधित अनुमान में बढ़कर 28.6प्रतिशत हो गया है और वित्त वर्ष 2026 में इसके 30.6प्रतिशत तक बढ़ने का अनुमान है। हालांकि माल ढुलाई से होने वाली इनकम रेलवे की कमाई का मुख्य जरिया बनी हुई है। डेटा से पता चलता है कि मार्च तक एसी3 टिकटों से होने वाली इनकम 30,089 करोड़ रुपये तक पहुंच सकती है, जो पिछले वित्त वर्ष से लगभग 20 प्रतिशत अधिक है। रेलवे ने अनुमान लगाया है कि वित्त वर्ष 2026 में इस सेगमेंट से रेवेन्यू में 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी और 37,115 करोड़ रुपये की इनकम होगी। दस्तावेजों के मुताबिक दो वर्षों में एक्जीक्यूटिव क्लास और एसी चेयर कार क्लास से होने वाली इनकम में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है और आगे भी इसमें तेजी आने का अनुमान है। मार्च तक एक्जीक्यूटिव क्लास में सफर करने वाले यात्रियों से राजस्व 698 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 42 प्रतिशत अधिक है। वित्त वर्ष 2026 में इसके बढ़कर 987 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। इसी तरह एसी चेयर कार से रेवेन्यू मार्च तक 4,280 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। रेल अधिकारियों ने कहा कि पैसेंजर रेवेन्यू में बढ़ोतरी सभी क्लास से होगी क्योंकि रेलवे गरीब और निम्न मध्यम वर्ग की यात्रा की मांग को पूरा करने के लिए सामान्य कोच वाली अधिक ट्रेन चलाएगा। आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2025 के लिए इंटर-सिटी ट्रेनों में जनरल कोच से अनुमानित राजस्व 1,517 करोड़ रुपये है, जो पिछले वित्त वर्ष से लगभग दोगुना है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किराये में बढ़ोतरी की किसी भी संभावना को खारिज किया है। उनका कहना है कि पैसेंजर रेवेन्यू में ग्रोथ यात्रियों की संख्या में वृद्धि से प्रेरित होगी। यात्रियों की संख्या हर साल बढ़ रही है और इस साल कुल यात्रियों की संख्या बढ़कर 7।5 अरब रहने की उम्मीद है। अगले साल यह संख्या 7.8-7.9 अरब यात्रियों के आसपास होगी। इसलिए रेवेन्यू ग्रोथ पूरी तरह से यात्रियों की संख्या पर निर्भर करेगी। वीरेंद्र/ईएमएस/04फरवरी2025