अहमदाबाद (ईएमएस)| गुजराती साहित्य के मशहूर कवि अनिल जोशी का 84 साल की उम्र में दुखद निधन हो गया| अनिल जोशी का निधन गुजरात के लिए अपूर्णीय क्षति कहा जा सकता है| अनिल जोशी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दु:ख जताया है| सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए पीएम मोदी ने कहा गुजराती साहित्य के महान कवि अनिल जोशी के निधन की खबर सुनकर दु:ख हुआ। साथ ही पीएम मोदी ने कहा, आधुनिक गुजराती साहित्य में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा| उन्होंने अनिल जोशी की आत्मा की शांति के लिए भी प्रार्थना की और उनके परिवार के साथ-साथ उनके साहित्यिक प्रशंसकों को भी सांत्वना दी। अनिल जोशी का जन्म सौराष्ट्र के गोंडल में हुआ था| अनिल जोशी ने अपनी प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मोरबी में प्राप्त की| वर्ष 1964 में अनिल जोशी ने अहमदाबाद की एचके आर्ट्स कॉलेज से संस्कृत विषय के साथ बीए पास किया| 1962 से 1969 तक उन्होंने हिम्मतनगर और अमरेली में शिक्षक के रूप में कार्य किया। बाद में उन्होंने 1971 से 1976 तक मुंबई में वाणिज्य संपादक वाडीलाल दगली के निजी सहायक के रूप में कार्य किया। कवि अनिल जोशी ने 1970 में कदाच और 1981 में बरफना पंखी शीर्षक से कविता संग्रह प्रकाशित किए। जिसके निबंध संग्रह स्टैच्यू के लिए उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला। वर्ष 1988 में उन्होंने पावन्नी व्यासपीठे नामक निबंध संग्रह लिखा जिसकी आज भी प्रशंसा की जाती है। सतीश/26 फरवरी