राष्ट्रीय
19-Jul-2025
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-वैज्ञानिकों कम सोडियम वाले नमक के इस्तेमाल को दे रहे बढ़ावा नई दिल्ली,(ईएमएस)। भारत में नमक का ज्यादा इस्तेमाल होता है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के राष्ट्रीय महामारी विज्ञान संस्थान के वैज्ञानिकों के मुताबिक इससे लोगों को हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक, दिल की बीमारी और किडनी की समस्याएं पैदा हो रही हैं। इस समस्या को कम करने के लिए वैज्ञानिकों ने एक तरीका खोजा है। वे कम सोडियम वाले नमक के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रहे हैं। पंजाब और तेलंगाना में तीन साल का प्रोजेक्ट शुरू किया है, ताकि लोगों को नमक कम खाने के लिए समझाया जा सके और उनके ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सके। मीडिया रिपोर्ट में डब्ल्यूएचओ के मुताबिक एक व्यक्ति को एक दिन में 5 ग्राम से कम नमक खाना चाहिए, लेकिन भारत में लोग इससे ज्यादा नमक खाते हैं। शहरों में लोग करीब 9.2 ग्राम/दिन और गांवों में 5.6 ग्राम/दिन नमक खा रहे हैं। यह मात्रा डब्ल्यूएचओ की सलाह से बहुत ज्यादा है। एनआईई के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि कम सोडियम वाले नमक में सोडियम क्लोराइड की जगह पोटेशियम या मैग्नीशियम सॉल्ट मिलाया जाता है। इससे नमक की मात्रा कम हो जाती है। उन्होंने कहा कि कम सोडियम वाला नमक खाने से ब्लड प्रेशर कम होता है और दिल स्वस्थ रहता है। हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों के लिए यह एक अच्छा विकल्प है। उन्होंने ये भी कहा कि सिर्फ कम सोडियम वाले नमक का इस्तेमाल करने से ब्लड प्रेशर औसतन 7/4 एमएमएचजी तक कम हो सकता है। यह एक छोटा सा बदलाव है, लेकिन इसका असर बहुत बड़ा है। यहां एमएमएचजी ब्लड प्रेशर मापने की एक यूनिट है। एक अन्य वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि वे पंजाब और तेलंगाना में एक प्रोजेक्ट चला रहे हैं। इस प्रोजेक्ट में लोगों को नमक कम खाने के फायदे बताए जा रहे हैं। साथ ही उनके ब्लड प्रेशर और नमक खाने की मात्रा पर भी नजर रखी जाएगी। यह प्रोजेक्ट इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के सपोर्ट से किया जा रहा है। वैज्ञानिकों का मानना है कि कम सोडियम वाले नमक का इस्तेमाल करके और लोगों को जागरूक करके इस समस्या से बचाया जा सकता है। लोगों को अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए और नमक का इस्तेमाल कम करना चाहिए। नमक कम खाने से कई बीमारियों से बचा जा सकता है। सिराज/ईएमएस 19 जुलाई 2025