राष्ट्रीय
19-Jul-2025
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उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली सरकार मिलकर करेगी काम नई दिल्ली (ईएमएस)। दिल्ली की यमुना नदी को साफ करने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नदी को साफ करने के लिए एक व्यापक अभियान चलाया है। इस अभियान में केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली एक साथ मिलकर काम करने वाले है। योजना में दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश तीनों राज्यों को शामिल किया गया है। हरियाणा और उत्तर प्रदेश से आने वाले गंदे पानी और कारखानों के कचरे से दिल्ली में यमुना नदी गंदी होती है। इसलिए, इन राज्यों में भी नदी को साफ करने का काम होगा। दरअसल केंद्रीय गृह मंत्री शाह और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की बैठक में कुछ लक्ष्य तय किए गए हैं। हरियाणा में कारखानों से निकलने वाले गंदे पानी को रोकने को कहा गया है। उन्हें 2026 तक अपने कारखानों में पानी को साफ करने वाले प्लांट लगाना होगा। साथ ही, 17 पुराने एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) को भी सुधारा जाएगा। इतना ही नहीं हरियाणा सरकार गुरुग्राम और फरीदाबाद में नए एसटीपी बनाएगी। वहीं उत्तर प्रदेश में यमुना के किनारे बसे शहरों जैसे आगरा, मथुरा और वृंदावन में सीवेज को साफ करने का काम होगा। इसके लिए नालों को भी बंद कराया जाएगा, ताकि गंदा पानी यमुना में न जाए। उत्तर प्रदेश सरकार एसटीपी के जरिए सीवेज को साफ करेगी इससे यमुना में पानी का बहाव भी बढ़ेगा। अधिकारियों ने बताया कि यमुना में पानी की मात्रा बढ़ाने के लिए गंगा नदी से भी पानी लाया जाएगा। गंगा और यमुना के पानी को दो नहरों के ज़रिए यमुना में डाला जाएगा। मामले से जुड़े अधिकारी ने कहा, दिल्ली में यमुना को साफ करना सिर्फ दिल्ली का काम नहीं है, यह तीनों राज्यों की जिम्मेदारी है। जब तीनों राज्य मिलकर काम करने को तैयार है। तभी यमुना सच में साफ हो पाएगी। ये फैसले गृहमंत्री शाह, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल, दिल्ली के जल मंत्री प्रवेश वर्मा और केंद्र और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान लिए गए। बैठक में शाह ने कहा कि दिल्ली सरकार को कारखानों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि यमुना में पानी का बहाव बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से बात करनी होगी। उन्होंने सुझाव दिया कि ओखला एसटीपी से साफ पानी को नदी में छोड़ना चाहिए, जिससे पानी की गुणवत्ता सुधरेगी। शाह ने दिल्ली में पानी की सप्लाई का सर्वे करने के लिए भी कहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में बोरवेल से बहुत पानी निकाला जा रहा है, जो कि एक बड़ी समस्या है। उन्होंने दिल्ली जल बोर्ड को इस पर एक योजना बनाने का आदेश दिया है। आशीष दुबे / 19 जुलाई 2025