भोपाल(ईएमएस)। एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के नेतृत्व में संस्थान के एनस्थीसिया विभाग ने 29 अप्रैल 2025 को अपना वार्षिक स्थापना दिवस मनाया। यह दिन वर्ष 2013 में विभाग द्वारा एनस्थीसियोलॉजी सेवाओं की औपचारिक शुरुआत का प्रतीक है। इस अवसर को मनाने के लिए 19 जुलाई 2025 को “H.E.M.O. 2025” नामक एक सीएमई सह कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें उन्नत हेमोडायनामिक मॉनिटरिंग तकनीकों पर केंद्रित वैज्ञानिक सत्रों, केस आधारित सिमुलेशन और व्यावहारिक प्रशिक्षण को शामिल किया गया। प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कार्यशाला का उद्घाटन किया और स्वास्थ्य सेवाओं की सुचारू संचालन में एनस्थीसिया विशेषज्ञों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान विभाग की भूमिका की सराहना करते हुए कहा, “एनस्थीसिया विशेषज्ञ किसी भी तृतीयक स्वास्थ्य संस्थान की मौन रीढ़ होते हैं। ऑपरेशन थिएटर के साथ-साथ आईसीयू और आपातकालीन सेवाओं में उनकी विशेषज्ञता अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। H.E.M.O. 2025 जैसे आयोजन चिकित्सा शिक्षा में उत्कृष्टता और रोगी सेवाओं को बेहतर बनाने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।” इस पूरे दिन के शैक्षणिक कार्यक्रम में वरिष्ठ फैकल्टी, फेलोज़, छात्र, नर्सिंग अधिकारी और तकनीशियन शामिल हुए। कार्यशाला में फ्लूड रिस्पॉन्सिवनेस, कार्डियक आउटपुट मापन, प्रेशर मॉनिटरिंग और वेवफॉर्म व्याख्या जैसे विषयों पर उन्नत उपकरणों (जैसे Flo-Trac, PiCCO, बायोरिएक्टेंस और इकोकार्डियोग्राफी) के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम में एम्स राजकोट और एम्स भुवनेश्वर सहित कई संस्थानों से आमंत्रित विशेषज्ञ वक्ताओं ने हिस्सा लिया। वक्ताओं ने एनस्थीसियोलॉजिस्ट्स की भूमिका को पेरिऑपरेटिव फिजिशियन के रूप में रेखांकित किया, जो गंभीर रूप से बीमार रोगियों की देखभाल में भी अत्यंत कुशल होते हैं। कार्यक्रम का समापन एनस्थीसियोलॉजी एंड क्रिटिकल केयर विभाग की एक वरिष्ठ फैकल्टी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। यह आयोजन एम्स भोपाल की विशिष्ट प्रशिक्षण एवं रोगी केंद्रित सेवा की दिशा में निरंतर प्रगति को दर्शाता है। हरि प्रसाद पाल / 19 जुलाई, 2025