- मुनि संस्कार सागर महाराज को श्री फल अर्पण के साथ लिया संकल्प भोपाल (ईएमएस)। राजधानी के जैन मंदिरों में चातुर्मास के दौरान पूजा अर्चना धार्मिक अनुष्ठानों के साथ णमोकार महामंत्र का जाप और भक्तांमर का वाचन हो रहा है। श्री नेमिनाथ जैन मंदिर नेमीनगर करोद में मुनि संस्कार सागर महाराज, मुनि वीकौशल सागर महाराज के सानिध्य में भगवान नेमी नाथ का अभिषेक विशेष पूजा अर्चना के साथ धार्मिक अनुष्ठान हो रहे हैं। श्री विद्यासागर बालिका मंडल की बालिकाओं द्वारा वर्षा योग के दौरान 24 तीर्थंकर भगवान की आरती और संध्याकालीन भक्तांमर का वाचन किया जा रहा है। मंडल की बालिकाओं ने मुनि संघ को श्रीफल समर्पित कर शिक्षा के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और संस्कारों पर चलकर समाज और देश के प्रति अपने दायित्व को निभाने का संकल्प लिया। साथ ही साथ अहिंसा व्रत के साथ जीव दया, पर्यावरण की रक्षा, गौ सेवा निरंतर करने का वचन दोहराया। बालिका मंडल की बालिकाएं भोपाल के जैन मंदिरों में जाकर जिनवाणी और शास्त्र को सजाती हैं। प्रवक्ता अंशुल जैन ने बताया इस अवसर पर अनेकों श्रद्धालुओं ने मुनि संघ के कर कमलों में शास्त्र भेंट किए। मंदिर समिति के अध्यक्ष कोमलचंद जैन, उपाध्यक्ष तेज कुमार जैन, सचिव अजीत जैन सहित अनेक लोगों ने धर्म सभा के पूर्व आचार्य श्री के चित्र का अनावरण कर दीप प्रचलन किया। मुनिश्री संस्कार सागर महाराज ने कहा जीवन रूपी बगिया को आध्यात्म की फुलवारी से महकाएं। आध्यात्म की सुगंध चारों ओर फैलती है, राग, द्वेष, कषाय भाव को जीवन से सदा सदा के लिए त्याग दें। तप, त्याग, संयम की साधना के साथ जीवन को आगे की ओर बढ़ाते चले । इस अवसर पर बालिका मंडल की पूजा, प्राशी, हर्षिता, प्रियांशी, ख़ुशी, अदिति, योगिता, निधि, अर्पिता,यशिका,एन्जल,श्रिया, अविशी, रितिका, प्राची, श्रेया, सिया, रिया, स्नेहा,तृषा, निकिता, सलोनी, शिक्षा, जिया, परी, अवनि, श्रद्धा, नैनी, प्रार्थना, भूमि, आयुषी, सोनाली, समीक्षा, महक,परी, आराध्या, आव्या आदि मौजूद थी। अंशुल जैन / 19 जुलाई, 2025