व्यापार
20-Jul-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। माल एवं सेवा कर (जीएसटी) अधिकारियों ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2025) में 15,851 करोड़ रुपये के फर्जी इनपुट कर क्रेडिट (आईटीसी) दावों का पता लगाया है। यह पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के मुकाबले 29 प्रतिशत अधिक है। हालांकि, फर्जी कंपनियों की संख्या में कमी आई है। इस तिमाही के दौरान 3,558 फर्जी कंपनियां पकड़ी गईं, जो पिछले साल की समान अवधि में पकड़ी गई 3,840 फर्जी कंपनियों से कम हैं। जीएसटी अधिकारियों ने इस अवधि में 53 लोगों को गिरफ्तार किया और 659 करोड़ रुपये की रकम बरामद की। वहीं वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में 12,304 करोड़ रुपये के फर्जी आईटीसी का पता चला था, जिसमें 26 लोग गिरफ्तार हुए थे और 549 करोड़ रुपये जब्त किए गए थे। जीएसटी व्यवस्था में फर्जी पंजीकरण और आईटीसी धोखाधड़ी रोकने के लिए दो बड़े अभियान चलाए गए हैं। पहले अभियान में (16 मई से 15 जुलाई 2023) 21,791 फर्जी इकाइयों का पता चला था, जबकि दूसरे अभियान (16 अप्रैल से 30 अक्टूबर 2024) में लगभग 18,000 फर्जी कंपनियां पकड़ी गईं। इन अभियानों में कुल 49,000 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी का पता चला है। सतीश मोरे/20जुलाई ---