गाजा,(ईएमएस)। इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) के रविवार को किए गए ताजा हवाई हमलों में गाजा पट्टी का ऐतिहासिक शहर बेत हनून पूरी तरह से मिट्टी में मिल गया है। बताया जा रहा है कि इस हमले में 700 साल पुराने ऐतिहासिक ढांचे भी जमींदोज हो गए हैं। अब इस शहर में कोई भी इमारत शेष नहीं बची है, जिससे इसे अब राख का ढेर बताया जा रहा है। गाजा के उत्तर-पूर्वी छोर पर स्थित बेत हनून सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से फिलिस्तीन का एक अहम नगर रहा है। लेकिन आईडीएफ द्वारा की गई ताबड़तोड़ बमबारी और जमीनी कार्रवाई के बाद अब यह पूरा इलाका एक खंडहर में तब्दील हो चुका है। पहले इस शहर में हजारों की संख्या में लोग रहते थे, मगर अब यहां जीवन का कोई चिन्ह तक नहीं दिखाई देता। ऑस्ट्रेलियन यहूदी संघ (एजेए) के पूर्व प्रमुख द्वारा सोशल मीडिया पर दिया गया बयान बेत हनून अब शहर ही नहीं रहा, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीव्र आलोचना का विषय बना हुआ है। कई मानवाधिकार संगठनों और विशेषज्ञों ने इस टिप्पणी को असंवेदनशील और अमानवीय बताया है। इस भयावह त्रासदी के बाद संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक एजेंसियों ने इस पूरे घटनाक्रम की स्वतंत्र जांच की मांग की है। साथ ही, सभी पक्षों से युद्धविराम और नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की गई है। बेत हनून की बर्बादी ने गाजा संघर्ष में हो रहे मानवीय संकट और सांस्कृतिक विरासत के नुकसान को एक बार फिर वैश्विक बहस के केंद्र में ला दिया है। हिदायत/ईएमएस 20जुलाई25