बिलासपुर (ईएमएस)। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (हृक्ररुरू) की बिहान योजना के तहत जिले में महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में ड्राइविंग प्रशिक्षण प्रदान करने की अभिनव पहल की गई है जिसके तहत महिलाओं को वाहन चलाने का प्रशिक्षण देकर लखपति दीदी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। पहली बार शुरू किए गए इस प्रशिक्षण से ग्रामीण महिलाएं उत्साहित हैं। इस महत्वपूर्ण पहल की शुरुआत कलेक्टर संजय अग्रवाल और जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल के मार्गदर्शन में की गई। प्रशिक्षण का शुभारंभ ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) कोनी में किया गया, जहाँ 35 चयनित महिलाओं को एक माह का गहन प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद इन महिलाओं को क्रेडिट लिंकेज के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे वे वाहन संचालन या अन्य स्वरोजगार से अपनी आजीविका में वृद्धि कर सकें।प्रशिक्षण सत्र के शुभारंभ अवसर पर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला प्रबंधक रामेंद्र सिंह गुर्जर ने अपने उद्बोधन में कहा कि स्व-सहायता समूह की दीदियों को वाहन चलाना सिखाकर उन्हें एक नया कौशल दिया जा रहा है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और सम्मानजनक आजीविका अर्जित कर सकें। उन्होंने यह भी बताया कि यह प्रशिक्षण जिला पंचायत सीईओ की पहल पर पहली बार प्रारंभ किया गया है और इसके बाद दीदियों को क्रेडिट लिंकेज सहायता और आजीविका बढ़ाने के लिए अन्य योजना भी तैयार की जा रही है। इस प्रशिक्षण में सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से आई महिलाएं उत्साहित हैं उन्होंने कहा कि बिहान योजना से जुडऩे से उनमें आत्मविश्वास आया है और वे आत्मनिर्भर बन रही हैं , अब उन्हें गांव से बाहर आकर नया कौशल सीखने का अवसर मिला है, जिससे वे भविष्य में अपनी आजीविका में वृद्धि कर सकेंगी। इस अवसर पर आरसेटी की वरिष्ठ प्रशिक्षक श्रीमती दीप्ति मंडल सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। मनोज राज/योगेश विश्वकर्मा 20 जुलाई 2025