नई दिल्ली,(ईएमएस)। संसद के मानसून सत्र को लेकर सियासी माहौल गर्मा गया है। केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने स्पष्ट रूप से कहा, कि सरकार संसद में सभी संवेदनशील और महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने सत्र से पहले बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में रविवार को कहा कि सदन के सुचारु संचालन के लिए विपक्ष और सरकार के बीच बेहतर समन्वय जरूरी है। केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने कहा, कि हम संसद में ऑपरेशन सिंदूर जैसे राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर गंभीर और सार्थक चर्चा के लिए तत्पर हैं। लोकतंत्र में बहस और संवाद ही समाधान का रास्ता है। ट्रंप के बयान पर सरकार का रुख साफ करते हुए रिजिजू ने कहा कि इस विषय पर सदन में उचित और तथ्यात्मक जवाब दिया जाएगा। सार्थक सत्र की उम्मीद सरकार ने विपक्ष के आरोपों और सवालों का संवैधानिक दायरे में रहते हुए उत्तर देने की प्रतिबद्धता जताई है। रिजिजू ने यह भी दोहराया कि संसद जनहित के विषयों पर संवाद और बहस का मंच है, जिसे व्यवधान रहित तरीके से चलाना दोनों पक्षों की जिम्मेदारी है। विपक्ष की रणनीति और संभावित मुद्दे मानसून सत्र इस बार खासा हंगामेदार हो सकता है क्योंकि विपक्ष केंद्र सरकार को कई विवादित मुद्दों पर घेरने की तैयारी में है। सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने जिन मुद्दों को उठाने की योजना बनाई है, उनमें बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) में कथित अनियमितताएं, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हालिया आतंकी हमला और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भारत-पाकिस्तान मध्यस्थता को लेकर दिया गया बयान शामिल हैं। हिदायत/ईएमएस 20जुलाई25