राष्ट्रीय
20-Jul-2025


नई दिल्ली,(ईएमएस)। एशियाई देश ताजिकिस्तान में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के अनुसार, रविवार तड़के 4.0 तीव्रता का भूकंप आया, जिसकी गहराई 160 किलोमीटर थी। यह इस क्षेत्र में जुलाई महीने में दर्ज किया गया पांचवां झटका है, जिससे इलाके की भूकंपीय सक्रियता को लेकर चिंता बढ़ गई है। क्षेत्र में लगातार कंपन से लोगों में दहशत का माहौल है। एनसीएस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि ताजिकिस्तान में आए भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई है जबकि इसका समय 20 जुलाई आईएसटी 01:01:55 रहा है। भूकंप का केंद्र 160 किमी की गहराई में निर्देशांक अक्षांश 36.87 अंश, देशांतर 72.10 अंश पर रहा। यहां बताते चलें कि इससे पहले, 18 जुलाई को 3.8 तीव्रता, और 12 जुलाई को दो बार झटके महसूस किए गए थे, जिनमें से एक की तीव्रता 4.8 थी। जुलाई माह में ही पांच बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं और बार-बार आ रहे झटकों से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। क्यों संवेदनशील है ताजिकिस्तान? ताजिकिस्तान एक पहाड़ी देश है जिसकी भौगोलिक बनावट और जलवायु इसे भूकंप के साथ-साथ बाढ़, सूखा, हिमस्खलन और भूस्खलन जैसे प्राकृतिक खतरों के प्रति अधिक संवेदनशील बनाती है। यहां के ग्लेशियरों पर निर्भर नदी घाटियां, नाजुक पर्वतीय पारिस्थितिकी तंत्र, और अलग-थलग जंगलों वाले भूभाग इन सभी कारणों से यह इलाका भूस्खलन और भूमि क्षरण के जोखिम में रहता है। विशेषज्ञों की मानें तो उथले भूकंप जैसे कि 10-60 किमी की गहराई वाले केंद्र अधिक खतरनाक होते हैं क्योंकि उनकी ऊर्जा सतह के करीब निकलती है, जिससे तेज झटके और अधिक नुकसान की आशंका होती है। अलर्ट और निगरानी जारी हालांकि रविवार का भूकंप गहराई में ज्यादा था, फिर भी यह लगातार हो रहे भूकंपों की कड़ी में एक और चेतावनी है। भूकंप वैज्ञानिकों और आपदा प्रबंधन एजेंसियों ने इस क्षेत्र की सतत निगरानी शुरू कर दी है और स्थानीय प्रशासन को भी सतर्क किया गया है। हिदायत/ईएमएस 20जुलाई25