20-Jul-2025


इंदौर (ईएमएस)। इंदौर संभागायुक्त दीपक सिंह ने संभाग के अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए संचालित आश्रमों, छात्रावासों और आवासीय परिसरों की व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए एक संयुक्त दल का गठन किया है। यह पहल विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं और सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई है। संभागायुक्त सिंह ने संभाग स्तरीय अधिकारियों को भी इसकी जिम्मेदारी सौंपी है। साथ ही, उन्होंने सभी जिलों के सीईओ जिला पंचायत, महिला अधिकारी, एडीएम, डॉक्टर, एसडीएम, जनपद सीईओ और तहसीलदारों को इन संस्थाओं का समय-समय पर निरीक्षण करने के आदेश दिए हैं। ये सभी अधिकारी 21 जुलाई से 26 जुलाई के बीच जिला मुख्यालय पर स्थित एकलव्य आवासीय कन्या शिक्षा परिसर, जिला स्तरीय उत्कृष्ट छात्रावासों और अन्य छात्रावासों का गहन निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। :: छात्रों की सुविधाओं की निगरानी के लिए जिलावार संभागीय अधिकारी नियुक्त :: संभागायुक्त सिंह के निर्देश पर अब हर जिले में एक संभागीय अधिकारी को नोडल के रूप में नियुक्त किया गया है। इन नियुक्तियों में धार के लिए जनजातीय कार्य विभाग के संभागीय उपायुक्त, इंदौर के लिए राजस्व उपायुक्त, खरगोन में संयुक्त आयुक्त विकास, खंडवा में संयुक्त संचालक लोक शिक्षण, बड़वानी में संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं, झाबुआ में संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास, बुरहानपुर में उप संचालक सामाजिक न्याय और आलीराजपुर में खाद्य नियंत्रक खाद्य आपूर्ति शामिल हैं। निरीक्षण दल में शामिल अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि वे विद्यार्थियों को सामूहिक रूप से एकत्रित कर उनसे खुली चर्चा करेंगे और उन्हें मिल रही सुविधाओं व व्यवस्थाओं के संबंध में सीधे जानकारी प्राप्त करेंगे। :: निरीक्षण के मुख्य बिंदु : रसोई से सुरक्षा तक :: गठित दलों को छात्रावासों में प्रमुख रूप से निम्न व्यवस्थाओं का अवलोकन करना होगा: - भोजन और स्वच्छता : रसोईघर और भंडार कक्ष का निरीक्षण, खाद्य सामग्री व भोजन की गुणवत्ता, बर्तनों की साफ-सफाई, नाश्ते और भोजन प्राप्त होने का समय। - स्वास्थ्य : स्वास्थ्य जांच, मौसमी बीमारियों की रोकथाम, संक्रामक और जहरीले जंतुओं से बचाव के उपाय। - व्यक्तिगत व सामूहिक साफ-सफाई। - कन्या छात्रावासों में विशेष फोकस : सेनेटरी नैपकिन की उपलब्धता और पुख्ता सुरक्षा व्यवस्थाएं। निरीक्षण के समय कन्या छात्रावासों में फीडबैक फॉर्म भी भरवाए जाएंगे। सभी दल निरीक्षण के पश्चात निर्धारित प्रारूप में अपनी विस्तृत जानकारी प्रस्तुत करेंगे। यह कदम सुनिश्चित करेगा कि विद्यार्थियों को सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण में शिक्षा मिल सके। प्रकाश/20 जुलाई 2025