20-Jul-2025
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इंदौर (ईएमएस)। महिला सशक्तिकरण और सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में इंदौर ने आज एक नया अध्याय लिख दिया। इंदौर नगर निगम और परिवहन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ट्रैफिक शक्ति शिविर ने एक ही दिन में 10,000 से अधिक महिलाओं को मुफ्त लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस देकर एक ऐतिहासिक मील का पत्थर स्थापित किया। यह अभियान नारी शक्ति की बढ़ती आत्मनिर्भरता और सड़क सुरक्षा के प्रति उनकी गहरी जागरूकता का प्रतीक बना। महापौर पुष्यमित्र भार्गव के निर्देशन में, शहर के 22 ज़ोन कार्यालयों में आयोजित इस शिविर में महिलाओं को उनके आधार-लिंक्ड दस्तावेज़ों के आधार पर दोपहिया (गियर और बिना गियर) और चार पहिया वाहनों के लिए लाइसेंस प्रदान किए गए। शिविर के दौरान, महिलाओं को ट्रैफिक नियमों, सड़क सुरक्षा के महत्वपूर्ण पहलुओं और लर्निंग टेस्ट की तैयारी से संबंधित आवश्यक जानकारी भी दी गई। महापौर भार्गव ने इस पहल को महज लाइसेंस बनवाने तक सीमित नहीं बताया। उन्होंने कहा, यह अभियान महिलाओं को आत्मविश्वास और बराबरी के साथ सड़क पर उतरने का अवसर देने का हमारा संकल्प है। इंदौर की बेटियां अब सुरक्षित, आत्मनिर्भर और ट्रैफिक-अनुशासित नागरिक बन रही हैं। :: शिविर में उमड़ी भारी भीड़; शाम 6 बजे तक बढ़ाया समय :: शिविर में उमड़ी भारी भीड़ को देखते हुए, निर्धारित समय (सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे) को शाम 6 बजे तक बढ़ाया गया। इसके बावजूद, जिन महिलाओं के लाइसेंस तुरंत नहीं बन पाए, उनके 11,000 से अधिक रजिस्ट्रेशन ट्रैफिक मित्र टीम द्वारा किए गए, जिनके लाइसेंस अगले दो कार्यदिवसों में परिवहन विभाग द्वारा जारी किए जाएंगे। को-ऑर्डिनेटर ऋषभ बागोरा ने बताया कि यह शिविर 18 वर्ष या उससे अधिक आयु की सभी महिलाओं के लिए पूरी तरह मुफ्त था। इसका दोहरा उद्देश्य न केवल उन्हें ड्राइविंग में सक्षम बनाना है, बल्कि ट्रैफिक अनुशासन और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना भी है। :: शिविर की प्रमुख विशेषताएं :: - सभी 22 ज़ोन कार्यालयों में विशेष महिला काउंटर। - प्रत्येक ज़ोन में औसतन 400–500 महिलाओं की उत्साहजनक भागीदारी। - कुल 10,000 से अधिक लर्निंग लाइसेंस मौके पर ही वितरित किए गए। - ट्रैफिक मित्र अभियान के तहत, भविष्य में स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने वाली महिलाओं को नि:शुल्क हेलमेट प्रदान किए जाएंगे। महापौर भार्गव ने विभिन्न ज़ोन का दौरा कर स्वयं हितलाभार्थी महिलाओं से मुलाकात की और अपने हाथों से उन्हें लर्निंग लाइसेंस सौंपे। उन्होंने कहा, उनकी आँखों में आत्मविश्वास और चेहरे पर जो मुस्कान थी, वही इस अभियान की सबसे बड़ी सफलता है। बदलाव की सबसे बड़ी ताकत हमारी मातृशक्ति ही है। इस ऐतिहासिक आयोजन को सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला, मधु वर्मा, महेंद्र हार्डिया, महापौर परिषद के सदस्य, पार्षदगण, ट्रैफिक मित्र टीम और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों का भी सक्रिय सहयोग मिला। जनता की जबरदस्त प्रतिक्रिया को देखते हुए, नगर निगम ने घोषणा की है कि भविष्य में वार्ड स्तर पर भी ऐसे शिविर नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे ताकि हर महिला को यह महत्वपूर्ण अवसर मिल सके। प्रकाश/20 जुलाई 2025