:: साइबर धोखाधड़ी से बचाव के लिए जागरूकता अभियान, शिक्षक बनेंगे डिजिटल सुरक्षा के प्रहरी :: मुंबई/इंदौर (ईएमएस)। भारत के अग्रणी निजी क्षेत्र के बैंक, एचडीएफसी बैंक ने एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए पूरे देश के 1,000 से अधिक शिक्षकों को सुरक्षित डिजिटल बैंकिंग के बारे में प्रशिक्षित किया है। एक वर्चुअल सत्र के माध्यम से, बैंक ने शिक्षकों को साइबर धोखाधड़ी से बचने के तरीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी, जिससे वे खुद को और समाज को धोखेबाजों से बचा सकें। इस सत्र में प्रतिभागियों को साइबर खतरों की पहचान करने के लिए वास्तविक जीवन के उदाहरणों, कहानियों और वीडियो का उपयोग करके प्रशिक्षित किया गया। इसमें विभिन्न प्रकार के घोटालों जैसे फ़िशिंग, विशिंग, स्मिशिंग, रिमोट डिवाइस एक्सेस और यूपीआई धोखाधड़ी पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया गया। इसके अतिरिक्त, निवेश, नौकरी के प्रस्ताव और डिजिटल गिरफ्तारी जैसे छद्म रूपों में होने वाली धोखाधड़ी से बचने के तरीकों पर भी चर्चा की गई। एचडीएफसी बैंक के वरिष्ठ कार्यकारी उपाध्यक्ष, श्री मनीष अग्रवाल ने इस पहल पर कहा, जागरूकता की कमी के कारण लोग अक्सर साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं। इन सत्रों का उद्देश्य शिक्षकों को ऑनलाइन दुनिया में सुरक्षित रूप से नेविगेट करने के लिए सही ज्ञान से लैस करना है। उन्होंने बताया कि ये शिक्षक अब समाज में जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। बैंक ने ग्राहकों को सलाह दी है कि वे अपनी संवेदनशील जानकारी कभी साझा न करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत 1930 हेल्पलाइन पर या https://cybercrime.gov.in पर दर्ज कराएं। यह पहल न केवल डिजिटल लेनदेन को सुरक्षित बनाने में मदद करेगी बल्कि एक जागरूक डिजिटल समाज के निर्माण में भी सहायक होगी। प्रकाश/18 सितम्बर 2025