:: भुवनेश्वर में 12 स्लॉट्स के लिए भिड़ेंगी 22 टीमें, भारतीय टीम पहले ही क्वालिफाई कर चुकी है :: नई दिल्ली/इंदौर (ईएमएस)। भारतीय पुरुष और महिला टेबल टेनिस टीमों ने 2026 में लंदन में होने वाली वर्ल्ड टीम टेबल टेनिस चैंपियनशिप फाइनल्स में अपनी जगह पहले ही पक्की कर ली है। इसके बावजूद, आगामी 2025 आईटीटीएफ-एटीटीयू एशियन टेबल टेनिस चैंपियनशिप, जो ओडिशा के भुवनेश्वर में होने वाली है, का महत्व और भी बढ़ गया है। यहां 22 टीमें एशिया के बाकी बचे 12 क्वालिफिकेशन स्लॉट्स के लिए एक निर्णायक जंग लड़ेंगी। भारतीय टीमों ने पिछले महीने काठमांडू में हुई साउथ एशियन रीजनल चैंपियनशिप में पुरुष और महिला दोनों वर्गों में जीत हासिल करके अपनी जगह सुरक्षित की थी। आईटीटीएफ के नियमों के अनुसार, टीमें या तो अपनी क्षेत्रीय चैंपियनशिप के माध्यम से या मुख्य महाद्वीपीय प्रतियोगिताओं के जरिए फाइनल्स के लिए क्वालिफाई कर सकती हैं। यह एशियन चैंपियनशिप्स एशिया के टेबल टेनिस दिग्गजों - जिसमें चीन, जापान और कोरिया जैसी टीमें भी शामिल हैं, के लिए एक महत्वपूर्ण रणभूमि होगी, जो महाद्वीपीय मार्ग से लंदन का टिकट कटाने की कोशिश करेंगे। कुल 64 टीमों में से, 52 टीमें अपने-अपने महाद्वीपीय प्रतियोगिताओं से आगे बढ़ेंगी। इस खेल के दो पावरहाउस, एशिया और यूरोप, को पुरुष और महिला दोनों इवेंट्स में 16-16 स्थान दिए गए हैं। महाद्वीपीय कोटा के अतिरिक्त, मेजबान देश को भी दोनों श्रेणियों में एक स्थान मिलता है। हालांकि, अगर मेजबान टीम पहले ही महाद्वीपीय मार्ग से क्वालिफाई कर लेती है, तो यह स्थान उसी महाद्वीप की किसी अन्य टीम को दिया जाएगा। शेष स्थान नवंबर 2025 की वर्ल्ड टीम रैंकिंग के आधार पर भरे जाएंगे। भुवनेश्वर में होने वाली एशियन चैंपियनशिप्स 2026 वर्ल्ड टीम टेबल टेनिस चैंपियनशिप फाइनल्स के लिए एक निर्णायक द्वार साबित होगी। यह सिर्फ एक और प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक ऐसा मंच है जहां महत्वाकांक्षाएं अवसर में बदलेंगी और लंदन के लिए रास्ता तय होगा। प्रकाश/18 सितम्बर 2025