नई दिल्ली (ईएमएस)। लंबे समय तक बैठे रहना, पानी की कमी और अत्यधिक प्रोटीन डाइट हाइपरयूरिसीमिया के प्रमुख कारण हैं। लेकिन अच्छी खबर यह है कि केवल 10 मिनट की रोजाना वॉक से यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है और जोड़ों की जकड़न में राहत पाई जा सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, वॉक सिर्फ वजन घटाने या कैलोरी बर्न करने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह मेटाबॉलिक सिस्टम को सक्रिय करती है। नियमित वॉक से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे किडनी शरीर से अतिरिक्त यूरिक एसिड को अधिक प्रभावी ढंग से बाहर निकाल पाती है। साथ ही, यह इंसुलिन रेजिस्टेंस को भी कम करती है, जो यूरिक एसिड बढ़ने के पीछे मुख्य कारणों में से एक है। दिन में 10 मिनट की एक्टिविटी शरीर से मेटाबॉलिक वेस्ट को निकालने, सूजन घटाने और जोड़ों को लचीला बनाए रखने में मदद करती है। एक्सपर्ट्स द्वारा सुझाए गए 10 मिनट के वॉक रूटीन में हर मिनट का विशेष महत्व होता है। पहले एक-दो मिनट तक हल्की गति से वार्मअप वॉक करनी चाहिए ताकि मांसपेशियां सक्रिय हो सकें। इसके बाद तीन से पांच मिनट तक तेज गति से चलने की सलाह दी जाती है। इससे हृदय की गति बढ़ती है और किडनी में रक्त प्रवाह तेज होता है। छठे और सातवें मिनट में चलते हुए हाथों को ऊपर उठाकर हल्का स्ट्रेच करना चाहिए, जो कमर और पीठ की मांसपेशियों को रिलैक्स करता है। आठवें और नौवें मिनट में हील रेज और मिनी स्क्वैट जैसी हल्की एक्सरसाइज जोड़ सकते हैं, जिससे पिंडलियों में रक्त प्रवाह सुधरता है और शरीर से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं। दसवें मिनट में वॉक को धीरे-धीरे धीमा करते हुए गहरी सांसें लेने की सलाह दी जाती है, जो शरीर को शांत करती है और सूजन घटाने में मदद करती है। अध्ययन में पाया गया कि लो-इंटेंसिटी एरोबिक एक्सरसाइज यूरिक एसिड के मेटाबॉलिज्म को सुधारती है और किडनी फंक्शन को मजबूत करती है। वहीं, 2024 में हुई एक रिसर्च ने यह पुष्टि की कि छोटे-छोटे ब्रेक लेकर की गई फिजिकल एक्टिविटी शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करती है जो यूरिक एसिड के स्तर बढ़ने का प्रमुख कारण है। डॉक्टरों का कहना है कि जो लोग लंबे समय तक बैठे रहते हैं या जिनका यूरिक एसिड लगातार बढ़ा हुआ रहता है, उन्हें हर दो से तीन घंटे में 10 मिनट की वॉक को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। इससे न केवल यूरिक एसिड नियंत्रित रहेगा बल्कि ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और जोड़ों का दर्द भी कम होगा। संक्षेप में कहा जाए तो, सिर्फ 10 मिनट की नियमित वॉक आपकी किडनी, जोड़ों और दिल तीनों की सेहत के लिए एक शक्तिशाली उपाय बन सकती है। यह छोटा सा कदम लंबे समय तक आपके शरीर को स्वस्थ और सक्रिय बनाए रखने में मदद कर सकता है। विशेषज्ञों की माने तो हाई यूरिक एसिड यानी हाइपरयूरिसीमिया अब केवल जोड़ों की बीमारी नहीं रह गई है। यह शरीर के मेटाबॉलिज्म, किडनी और संपूर्ण स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल सकती है। जब शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, तो जोड़ों में दर्द, अकड़न, सूजन और यहां तक कि किडनी पर भी तनाव बढ़ जाता है। सुदामा/ईएमएस 01नवंबर 2025