- वैश्विक संकेतों ने निवेशकों को किया प्रभावित मुंबई (ईएमएस)। इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजार ने उतार-चढ़ाव भरा प्रदर्शन देखा, जिसमें सेंसेक्स और निफ्टी दोनों प्रमुख सूचकांक वैश्विक आर्थिक संकेतों और विदेशी निवेश प्रवाह से प्रभावित रहे। सप्ताह की शुरुआत में अमेरिकी मुद्रास्फीति रिपोर्ट उम्मीद से कमजोर आई, जिससे फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावनाएं मजबूत हुईं और वैश्विक बाजारों में तेजी देखने को मिली। सोमवार को सेंसेक्स 84,482.64 अंक पर खुला और 84,778.84 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 25,880.15 अंक से 25,966.05 अंक पर समाप्त हुआ। मंगलवार को अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौते की उम्मीद और फेड की कटौती की संभावनाओं ने बाजार को शुरुआती कारोबार में बढ़त दी, लेकिन अंत में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों गिरावट में बंद हुए। बुधवार को फेड की ब्याज दर पर कोई तत्काल निर्णय न होने और विदेशी निवेश प्रवाह से बाजार ने तेजी दिखाई, सेंसेक्स 84,997.13 अंक पर और निफ्टी 26,053.90 अंक पर बंद हुआ। हालांकि, गुरुवार को विदेशी पूंजी निकासी और फेड के अनिश्चित संकेतों के चलते बाजार में गिरावट आई। सेंसेक्स 84,404.46 अंक पर और निफ्टी 25,877.85 अंक पर बंद हुआ। सप्ताह के अंत, शुक्रवार को बाजार सपाट रुख के साथ बंद हुआ, जिसमें सेंसेक्स 83,938.71 अंक और निफ्टी 25,722.10 अंक पर समाप्त हुए। विश्लेषकों का कहना है कि निवेशकों की धारणा वैश्विक संकेतों, ब्याज दरों और विदेशी पूंजी प्रवाह पर निर्भर रही। सप्ताहभर के उतार-चढ़ाव ने यह साफ किया कि बाजार में विदेशी आर्थिक नीतियों और घरेलू निवेश प्रवाह का प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। आने वाले सप्ताह में वैश्विक आर्थिक घटनाओं और फेड के संकेतों पर बाजार की नजरें रहेंगी। सतीश मोरे/01नवंबर ---