बुरहानपुर (ईएमएस)। तीन लाख से अधिक आबादी वाली बुरहानपुर नगर निगम का वार्षिक बजट हजारों करोड़ का है यहां प्रतिमाह 200 रुपए प्रति एक घर से जल कर आरोपित है शहर को शुद्ध जल उपलब्ध कराने के लिए करोड़ों की जल आवर्धन योजना मूलत रूप लेने के अंतिम चरण में है निगम पुरानी जल वितरण व्यवस्था को बंद कर नई व्यवस्था लागू कर नेता अपनी पीठ थपथपाने में लगे हैं। इसी बीच शहरवासी फिर एक बार डायरिया की चपेट में है डायरिया को लेकर अब तक जो परिणाम सामने आए हैं उसमें साफ तौर से दूषित जल सप्लाई माना गया है निगम आयुक्त स्वयं स्वीकार कर चुके हैं कि शहर के कुछ भाग में पेय जल सप्ताह में एक बार कर रहा है जिस के चलते लोगों के द्वारा पानी स्टोर करके रखने से उसमें बैक्टीरिया होने से शहर के 10 से अधिक वार्डों में डायरिया फैला है और 100 से अधिक लोग डायरिया की चपेट में आने के बाद दो लोगों की मौत भी हो चुकी है लेकिन निगम प्रशासन के कानू पर कोई जू नहीं रेंग रही है सत्ता पक्ष सहित विपक्ष भी पूरी तरह मौन है डायरिया को लेकर पार्षदों में कोई हलचल नहीं है और ना ही इस स्थिति पर कोई विशेष परिषद सम्मेलन की मांग उठी है जबकि 6 माह में दूसरी बार शहर डायरिया की चपेट में है अब भला ऐसे में बेचारे शहरवासी किस को अपना दुखड़ा सुनाएं जब उनके चुने हुए प्रतिनिधि ही खामोश तमाशा देख अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने में लगा है शहर जाए––——में। अकील आजाद/11/11/2022