० सरकार उठाएगी वीज़ा-फीस से लेकर हवाई टिकट तक का पूरा खर्च सुकमा (ईएमएस)। छत्तीसगढ़ सरकार ने पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। “मुख्यमंत्री नोनी-बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना“ के तहत, अब प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को विदेश में शिक्षा प्राप्त करने के लिए पूर्ण वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। यह योजना उन मेधावी बच्चों के लिए वरदान साबित होगी जो आर्थिक बाधाओं के कारण अपने सपनों को पूरा नहीं कर पाते थे। श्रम कल्याण मंडल द्वारा संचालित इस योजना का सबसे बड़ा आकर्षण विदेशी शिक्षा के खर्चों को कवर करना है। योजना के प्रावधानों के अनुसार, भारत के बाहर किसी भी देश में एक वर्षीय मास्टर कोर्स करने के लिए पात्र छात्रों को व्यापक सहायता दी जाएगी। यह योजना केवल विदेशी शिक्षा तक सीमित नहीं है। जो छात्र-छात्राएं देश के भीतर उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें भी योजना के तहत प्रोत्साहन राशि और शिक्षा सहायता दी जाएगी, ताकि वे बिना किसी वित्तीय चिंता के अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें। सरकार के इस कदम को शिक्षाविदों द्वारा सराहा जा रहा है, उनका मानना है कि यह योजना श्रमिकों के परिवारों के लिए उज्जवल भविष्य के नए रास्ते खोलेगी और प्रतिभा को सही मंच प्रदान करेगी।