नई दिल्ली (ईएमएस)। प्रत्येक रसोई में पाई जाने वाली छोटे काले दाने वाली कलौंजी कई बीमारियों को दूर करने में कारगर हैं। कई भारतीय व्यंजनों में इसका उपयोग आम है, लेकिन इसके औषधीय गुण इसे और भी खास बनाते हैं। छोटे-से दिखने वाले ये काले दाने सेहत के बड़े फायदों से भरपूर हैं। दैनिक आहार में थोड़ी मात्रा में शामिल करने से कलौंजी शरीर को भीतर से मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाती है। भारत सरकार का आयुष मंत्रालय कलौंजी को दिल, पाचन तंत्र और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी बताता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, कलौंजी दिल की सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इसमें मौजूद प्राकृतिक तत्व हृदय रोगों के जोखिम को कम करते हैं और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मददगार होते हैं। कलौंजी रक्त नलिकाओं को स्वस्थ रखती है और खून में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर घटाकर दिल को मजबूत बनाती है। इसके एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण हृदय संबंधी समस्याओं को होने से रोकते हैं। दिल के साथ-साथ यह पाचन तंत्र के लिए भी बेहद उपयोगी है। कलौंजी आंतों में सूजन कम करती है और कब्ज, गैस तथा अपच जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करती है। इसके नियमित सेवन से पाचन मजबूत होता है और शरीर में पोषक तत्वों का अवशोषण बेहतर होता है। वजन कम करने में भी कलौंजी काफी प्रभावी मानी जाती है। इसमें मौजूद फैटी एसिड और अन्य सक्रिय तत्व शरीर में जमा अतिरिक्त चर्बी को कम करने में मदद करते हैं। यही कारण है कि वजन घटाने के कई आयुर्वेदिक नुस्खों में कलौंजी प्रमुख रूप से शामिल की जाती है। कलौंजी का तेल त्वचा और बालों के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इसके एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण मुंहासे, दाग-धब्बों और त्वचा संक्रमण में राहत देते हैं। बालों में इसका तेल लगाने से बाल मजबूत होते हैं और झड़ना कम होता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए भी कलौंजी लाभकारी है। यह ब्लड ग्लूकोज़ लेवल को नियंत्रित करने में मदद करती है और इंसुलिन की कार्यक्षमता में सुधार लाती है, जिससे शुगर लेवल स्थिर रहता है। सुदामा/ईएमएस 01 दिसंबर 2025