क्षेत्रीय
02-Dec-2025
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कोरबा (ईएमएस) स्वच्छ ऊर्जा को लेकर बड़े-बड़े दावे किये जा रहे हैं। लेकिन कोरबा रेलवे स्टेशन की वास्तविक तस्वीर इन दावों को कठघरे में खड़ा कर रही है। जानकारी के अनुसार रेलवे स्टेशन की छत पर लगाए गए सोलर पैनल, जो स्टेशन को आत्मनिर्भर ऊर्जा प्रदान करने के उद्देश्य से स्थापित किए गए थे, आज पूरी तरह उपेक्षा की धूल में दफन नज़र आते हैं। क्योंकि पैनलों पर मोटी कोल डस्ट की परत जमी है, महीनों से सफाई का कोई इंतज़ाम नहीं, कई पैनल झुके या क्षतिग्रस्त पाए गए साथ ही इसमें रखरखाव का अभाव स्पष्ट दिखाई देता है। यक्ष प्रश्न जो लोगो के मन में उठ रहे हैं की क्या ये धूल में डूबे पैनल वास्तव में बिजली उत्पन्न कर पा रहे हैं ? और यदि नहीं, तो क्या यह करोड़ों की योजना सिर्फ कागज़ों में चमक रही है ?