क्षेत्रीय
02-Dec-2025
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भव्य स्पिरिचुअलिटी समिट आयोजन उज्जैन (ईएमएस)। पं.ज.ने. व्यवसाय प्रबंध संस्थान, भारत अध्ययन केंद्र, फॉर्मेसी अ.शा.सम्राट विक्रमादित्य विवि उज्जैन ,ऋषिहुड विवि सोनीपत,योग साधना केंद्र इंदौर द्वारा,5162वीं **गीता जयंती* के पावन अवसर पर एक द्वि स्तरीय ऑफलाइन एवं ऑनलाइन माध्यम से आयोजित भव्य स्पिरिचुअलिटी समिट आयोजन में परिसंवाद की अध्यक्षता कुलगुरु प्रो. डॉ. अर्पण भारद्वाज सम्राट विक्रमादित्य विवि उज्जैन तथा कुलगुरु प्रो. डॉ. शोभित माथुर कुलपति सह-संस्थापक, ऋषिहुड विश्वविद्यालय ने संयुक्त रूप से अपने शुभकामना संदेश एवं युवा पीढ़ी को अपने व्यक्तित्व में उदारता के साथ मानवीय संवेदनाओं को सहेजने के वृहद शुभाशीष आशीर्वचनों से की। प्रथम मुख्य विद्वान वक्ता *प्रो. डॉ. संपदानंद मिश्रा* निदेशक मानव विज्ञान केंद्र ऋषिहुड विवि, सोनीपत ने अपने जीवंत आनंददायी संवाद में गीता को “जीवन प्रबंधन का सर्वोत्तम शास्त्र” बताते हुए कहा कि आज की शिक्षा में गीता-सिद्धांतों का समावेश अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि यह मानव को संतुलित, शांत और जागरूक बनाती है।द्वितीय मुख्य वक्ता श्री रजनीश कुमार श्रीवास योग साधना विशेषज्ञ- विधि अधिकारी पश्चिम रेलवे इंदौर ने सहज योग और गीता के संबंध पर प्रकाश डालते हुए कहा,सहज योग की व्यवहारिक क्रियाओ के साथ सुंदर आभासी संस्करण के माध्यम से विचार साझा करते हुए कहा कि ध्यान आत्मबोध की अनुभूति देता है, ऋषिहुडविश्वविद्यालय सोनीपत के कुलानुशासक प्रो डा आर एन मालवीय ने अपने सारगर्भित विचार व्यक्त करते हुए कहा कि गीता आत्मबोध को जीवन में उतारने की बुद्धि प्रदान करती है।कार्यक्रम में संकाय अध्यक्ष प्रो कमलेश दशोरा, प्रो डा दीपक गुप्ता प्रो डा कामरान सुल्तान, प्रो डा डी डी बेदिया,डा नयनतारा डामोर श्री राकेश खोती ,गोविंद तोमर सहित लगभग विभिन्न स्थानों संकायों के विशेषज्ञो ने सक्रिय सहभागिता की।अंत में डा. सचिन राय निदेशक भारत अध्ययन केंद्र ने सभी उपस्थित विद्वानों, अतिथियों एवं सहयोगियों के प्रति हृदयपूर्वक आभार व्यक्त किया। इस अनूठे परिसंवाद स्पिरिचुअलिटी समिट के अतिथियों का परिचय देते हुए संचालन सूत्रधार प्रो डा धर्मेंद्र मेहता, निदेशक डॉ. गौऱैया चिंचलकर प्रसिद्ध कैंसर रोग विशेषज्ञ अरबिंदो समूह इंदौर डॉ. प्रवीण खिरवडकर फार्मेसी अ.शॉ.ने कुशलतापूर्वक किया। .../ 2 ‎दिसम्बर /2025