02-Dec-2025
...


स्पीकर बोले-लोकतंत्र में विपक्ष होता है, गौरव और शिष्टाचार भी होना चाहिए नई दिल्ली,(ईएमएस)। लोकसभा का शीतकालीन सत्र मंगलवार को भी विरोध और नारेबाजी के बीच शुरू हुआ। विपक्षी सांसदों ने एसआईआर के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। जैसे ही प्रश्नकाल शुरू हुआ, विपक्षी सांसद अपने-अपने स्थानों से उठकर नारे लगाने लगे- एसआईआर पर चर्चा करो। उन्होंने इस मुद्दे पर तत्काल बहस की मांग की। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बार-बार सांसदों से उनके स्थानों पर लौटने और सदन की कार्यवाही जारी रखने का अनुरोध किया, लेकिन नारेबाजी जारी रही। इस पर नाराज स्पीकर ने कहा कि आज जो व्यवहार मैं सदन और सदन के बाहर देख रहा हूं, जिसमें सांसद संसद के बारे में बोल रहे हैं, वह न केवल संसद के खिलाफ है बल्कि देश के खिलाफ भी है। लोकतंत्र में विपक्ष होता है, लेकिन गौरव और शिष्टाचार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी संसदीय परंपराएं और गरिमा उच्चतम स्तर की होनी चाहिए। सदन में विरोध का स्वर कम नहीं हुआ और सदन को दोपहर तक के लिए स्थगित कर दिया गया। बता दें शीतकालीन सत्र की शुरुआत उथल-पुथल भरे माहौल में हुई थी, जब सोमवार को लोकसभा में बिहार विधानसभा चुनावों में वोट चोरी के आरोप और एसआईआर प्रक्रिया को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ था। सत्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने सांसदों को असंयमित व्यवहार से बचने की चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि संसद में ड्रामा नहीं होना चाहिए और संसदीय ध्यान नीति निर्माण पर होना चाहिए, न कि नारेबाजी पर। पीएम मोदी ने कहा कि ड्रामा करने के लिए बहुत सी जगहें हैं। जो कोई भी करना चाहता है, वह करता रहे। यहां ड्रामा नहीं, बल्कि डिलीवरी होनी चाहिए। नारों के लिए भी पूरा देश मौजूद है, जहां चाहो नारे लगाओ। तुमने वहां नारे लगाए जहां तुम हारे थे, अब वहां नारे लगाओ जहां तुम हारोगे। हालांकि, यहां फोकस नीति पर होना चाहिए, नारों पर नहीं। सिराज/ईएमएस 02दिसंबर25