राष्ट्रीय
02-Dec-2025


सांसद वेल में पहुंचे, वोट चोर- गद्दी छोड़ के नारे लगाए, विपक्ष के आगे झूकी सरकार 9 को लोकसभा में होगी 10 घंटे बहस नई दिल्ली(ईएमएस)। संसद में लगातार दूसरे दिन हंगामे के बीच सरकार और विपक्ष में एसआईआर पर चर्चा के लिए सहमति बन गई है। लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता के. सुरेश ने बताया कि 9 दिसंबर को इलेक्टोरल रिफॉर्म्स यानी चुनावी सुधारों पर 10 घंटे बहस होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि एक दिन पहले 8 दिसंबर को वंदे मातरम् पर चर्चा होगी। इसके लिए भी 10 घंटे का समय तय किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहस की शुरुआत करेंगे। वंदे मातरम् के 150 साल पूरे होने पर सरकार सदन में इस पर चर्चा करा रही है। संसद सत्र के पहले 2 दिन एसआईआर और वोट चोरी के आरोप पर हंगामा हुआ। विपक्ष मंगलवार को भी एसआईआर पर चर्चा की मांग पर अड़ा रहा और वोट चोर- गद्दी छोड़ के नारे लगाए। इसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने दोनों पक्षों को अपने मीटिंग रूम में बुलाया। यहां सहमति बनी कि बुधवार से सदन बिना किसी हंगामे के सुचारू रूप से चलेगा। दोनों सदनों में जोरदार हंगामा एसआईआर के खिलाफ विपक्ष का लगातार दूसरे दिन संसद में प्रदर्शन जारी है। लोकसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होते ही सभी विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी शुरू कर दी। कुछ सांसद वेल तक पहुंच गए। स्पीकर ने इस दौरान प्रश्नकाल को जारी रखा, लेकिन विपक्ष लगातार 20 मिनट तक वोट चोर- गद्दी छोड़ के नारे लगाता रहा। इसके बाद कार्यवाही पहले 12 बजे फिर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई। उधर, राज्यसभा में भी विपक्ष का प्रदर्शन और नारेबाजी जारी है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए विरोध-प्रदर्शन जरूरी है। इससे पहले विपक्ष ने सुबह 10:30 बजे संसद परिसर में मकर द्वार के सामने लगातार दूसरे दिन प्रदर्शन किया। इनकी मांग है कि सरकार एसआईआर इस पर फौरन चर्चा करे। लगातार हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही 3 दिसंबर सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। तुरंत चर्चा की मांग मंगलवार को राज्यसभा में हंगामे के बीच नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा लोग मर रहे हैं, इसके बावजूद एसआईआर की प्रक्रिया तेजी से जारी है। लोकतंत्र की रक्षा के लिए इस पर तुरंत चर्चा होनी चाहिए। खरगे ने कहा कि मैं चाहता हूं कि इस पर अभी चर्चा हो। यह नागरिकों, देश और लोकतंत्र के हित में है। इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि वह इसे लेकर विपक्षी पार्टियों के नेताओं से चर्चा करेंगे, लेकिन इसके लिए विपक्ष समयसीमा तय नहीं कर सकता। चुनाव में हार का गुस्सा संसद में रिजिजू ने कहा, संसदीय लोकतंत्र में हमें चर्चा करनी चाहिए। देश में कई अहम मुद्दे हैं, लेकिन आप एक मुद्दे के लिए बाकी को कमतर नहीं आंक सकते। सभी मुद्दे अहम हैं। हम भी चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन आपको पहले सलाह मशविरा तो करना चाहिए। आप तो समयसीमा तय कर रहे हैं और कह रहे हैं कि सरकार को अभी बताना चाहिए, ये ठीक नहीं है। विपक्ष पर तंज कसते हुए रिजिजू ने कहा, आप चुनाव जीत नहीं पा रहे हैं, लोगों को आप पर विश्वास नहीं है और अपना गुस्सा संसद में निकाल रहे हैं। ये ठीक नहीं है। विनोद उपाध्याय / 02 दिसम्बर, 2025