हरिद्वार (ईएमएस)। चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं उत्तराखंड ने पदोन्नति और पौष्टिक आहार भत्ता को लेकर महानिदेशक कार्यालय में ज्ञापन सौंपा, महानिदेशक महोदया राजकीय कार्य से बाहर होने पर संयुक्त निदेशक डा अजीत जौहरी, डा नरेश नपच्याल से अनुरोध किया कि एक माह होने को है जो कमेटी प्रदेश से पदोन्नति के लिए आए हुए प्रपत्रें की जांच के लिए बनाई गई थी वो छुट्टी पर होने के कारण कर्मचारियों के प्रपत्रें की जांच न होने के कारण पदोन्नति में विलंब हो रहा है। जिसके कारण कर्मचारियों ने आक्रोश है जो कभी भी आंदोलन का रूप ले सकता है। डा नरेश नपच्याल द्वारा तत्काल कमेटी उनकी स्वयं की अध्यक्षता में कराने के आदेश करने के लिए वरिष्ठ सहायक मनोज नौटियाल को दिए गए उनके द्वारा शीघ्र ही पदोन्नति कराने हेतु आश्वासन दिया संघ द्वारा मांग की गई कि पदोन्नति के पद सिर्फ 14 हैं, जबकि कर्मचारी है लगभग 200, 300 तक पद कम होने के कारण महानिदेशक से पूर्व समझौते के तहत आई पीएचएस मानकों के तहत लेब सहायक, डॉर्करुम सहायक, ओटी सहायक के पदों पर वन टाइम सेटलमेंट के तहत पदोन्नति करा दी जाए जिससे जो कर्मचारीपदोन्नति की आस में सेवानिवृत हो रहे हैं वो पदोन्नत हो सकें। प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा, प्रदेश महामंत्री सुनील अधिकारी, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष गिरीश पंत, उपाध्यक्ष नेल्सन अरोड़ा, संगठन सचिव दिनेश गुसाईं ने कहा है कि कर्मचारियों की जल्द पदोन्नति न होने की दशा में अगर संगठन आंदोलन प्रदर्शन करता है तो उसका संपूर्ण उत्तरदायित्व महानिदेशालय प्रशासन का होगा। प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र तेश्वर, प्रदेश संगठन सचिव छ=पाल सिंह, जिला मं=ी त्रिभुवन पाल, राकेश भंवर ने कहा कि जब नर्सिंग संवर्ग को मरीजों के संपर्क में रहने हेतु पौष्टिक आहार भत्ता दिया जाता है तो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तो मरीजों के संपर्क में और भी ज्यादा रहते हैं तो उनको भी पौष्टिक आहार भत्ता दिया जाना न्याय संगत होगा। यदि 10 दिनों के भीतर मांगो का निस्तारण नही हुआ तो संगठन द्वारा आंदोलन किया जाएगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी महानिदेशालय प्रशासन का होगी। शैलेन्द्र नेगी/ईएमएस/02 दिसंबर 2025