लेख
06-Dec-2025
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भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के भव्य अनावरण अवसर पर प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी पाती के माध्यम से उत्तर प्रदेश को 2027 तक गरीबी-मुक्त राज्य बनाने का संकल्प दोहराया। बाबा साहेब को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए योगी ने कहा कि संविधान की मूल आत्मा -समानता, न्याय और बंधुत्व के अनुरूप समाज निर्माण ही राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि भीमराव अंबेडकर का पूरा जीवन शोषित, वंचित और दबे-कुचले वर्गों को अधिकार दिलाने के संघर्ष में बीता और आज वही चिंतन जीरो पावर्टी अभियान के रूप में सामाजिक परिवर्तन की आधारशिला बना हुआ है।मुख्यमंत्री ने अपनी पाती में उल्लेख किया कि सरकार ने गरीबों, कमजोर वर्गों, श्रमिकों, महिलाओं और बच्चों तक विकास की हर योजना को तेज गति से पहुँचाने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। आवास, श्रम योजनाएँ, पोषण व बाल-विकास कार्यक्रम, स्वास्थ्य सुविधाएँ और सामाजिक सुरक्षा योजनाएँ अब जमीनी स्तर तक पारदर्शी तरीके से लाभ पहुंचा रही हैं। योगी ने कहा कि डॉ. अंबेडकर के मार्गदर्शन में जीरो पावर्टी अभियान सिर्फ एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि सामाजिक उत्तरदायित्व का राष्ट्रीय संकल्प है, जिसके तहत प्रत्येक व्यक्ति को सम्मानजनक जीवन, सुरक्षित आवास और सशक्त भविष्य का अधिकार सुनिश्चित किया जा रहा है।योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आने वाला 6 दिसम्बर सिर्फ परंपरागत श्रद्धांजलि का दिन नहीं, बल्कि संविधान की आत्मा को जीवन में उतारने का अवसर है। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से अपील की कि वे समानता, न्याय और बंधुत्व को व्यवहार में अपनाकर एक समतामूलक, संवेदनशील और सहभागी व्यवस्था के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि आधुनिक भारत में बाबा साहेब जैसी युगान्तरकारी विभूतियों का मार्गदर्शन न केवल संविधान में संरक्षित है, बल्कि समाज-व्यवस्था के हर आयाम में प्रेरणा बनकर खड़ा है। शोषितों और वंचितों को न्याय दिलाने का उनका जीवन संघर्ष आज भी सरकारी नीतियों, सामाजिक आंदोलनों और मानव-केंद्रित विकास के लिए पथप्रदर्शक है। अपने संबोधन में योगी ने प्रदेश सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि शिक्षा, छात्रवृत्ति, प्रशिक्षण, छात्रावास सुविधा और आर्थिक सहायता जैसे क्षेत्रों में व्यापक सुधार किए गए हैं। राज्य सरकार ने विद्यार्थियों, युवाओं, महिलाओं और पिछड़े वर्गों की आत्मनिर्भरता के लिए ऐसी योजनाएँ लागू की हैं, जिन्होंने लाखों परिवारों को नई ऊर्जा और नया जीवन दिया है। डिजिटल प्लेटफॉर्मों के माध्यम से पारदर्शी भुगतान व्यवस्था ने अनियमितताओं पर रोक लगाई है और सुनिश्चित किया है कि लाभ सीधे पात्र व्यक्ति तक पहुँचे।मुख्यमंत्री ने अपनी पाती में जनता दर्शन की भूमिका पर भी विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि जनता दर्शन मात्र औपचारिकता नहीं, बल्कि आम नागरिकों से सीधा संवाद है। प्रतिदिन मिलने आने वाले पीड़ितों की समस्याओं को सुनना, समाधान की दिशा में तुरंत कदम उठाना और प्रशासनिक मशीनरी को जिम्मेदारी के लिए प्रेरित करना उनकी कार्यप्रणाली का मूल है। जमीनी विवादों, राजस्व मामलों, सामाजिक-न्याय से जुड़े प्रश्नों और पुलिस से संबंधित शिकायतों को प्राथमिकता से निपटाया जा रहा है। योगी ने कहा कि जनता दर्शन में आने वाले लोगों को वे सिर्फ पीड़ित नहीं, बल्कि अपने परिवार का हिस्सा मानते हैं। उनकी पीड़ा को समझना, उनसे अपनत्व से बात करना और बच्चों को चॉकलेट देकर उनका मन हल्का करना इस मानवीय संवाद का हिस्सा है।उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश आज विकास के जिस रास्ते पर आगे बढ़ रहा है, वह सामाजिक न्याय और आर्थिक समावेशन की नींव पर टिकाकर बनाया गया है। बीते वर्षों में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करने, उद्योगों को बढ़ावा देने, रोजगार के अवसरों में वृद्धि, महिलाओं की सुरक्षा और किसानों के हितों की रक्षा के लिए अनेक ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं। इन प्रयासों का ही परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नया विकास मॉडल बनकर उभरा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी समाज की शक्ति तब बढ़ती है, जब उसका सबसे कमजोर व्यक्ति भी सुरक्षित, सम्मानित और आत्मनिर्भर महसूस करे। यही दृष्टि जीरो पावर्टी अभियान’ के केंद्र में है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार के प्रयास तभी सफल होंगे जब समाज का प्रत्येक व्यक्ति संवेदनशीलता और समरसता को जीवन में उतारे। उन्होंने अपील की कि प्रत्येक नागरिक अपने परिवार, मोहल्ले, गांव और कार्यस्थल पर समानता और सम्मान का व्यवहार अपनाए। बाबा साहेब की शिक्षाएँ केवल किताबों में सिमटने के लिए नहीं, बल्कि रोजमर्रा के जीवन का हिस्सा बनाने के लिए हैं। यही सच्ची श्रद्धांजलि है और यही विकसित उत्तर प्रदेश की दिशा में पहला कदम। पाती के अंत में मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि 2027 तक उत्तर प्रदेश गरीबी के चक्र से पूरी तरह मुक्त होकर एक नए सामाजिक-आर्थिक उछाल का अनुभव करेगा। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब का सपना ऐसा समाज जहाँ किसी व्यक्ति को उसकी जाति, वर्ग या आर्थिक स्थिति के कारण पीछे न रहना पड़े।अब साकार होने की दिशा में तेज गति से आगे बढ़ रहा है। सरकार का लक्ष्य केवल आर्थिक विकास नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय पर आधारित विकास है, जो हर नागरिक को छूए, हर घर में मुस्कान लाए और हर व्यक्ति को अवसर दे। योगी आदित्यनाथ की यह पाती न केवल नीति-निर्देशक दस्तावेज है, बल्कि संवेदनशील शासन की झलक भी,जहाँ सत्ता का केंद्र जनता है, और उसका उद्देश्य समाज के सबसे कमजोर व्यक्ति का उत्थान। बाबा साहेब के सपनों को वास्तविकता में बदलने का यह संकल्प आने वाले वर्षों में उत्तर प्रदेश को नई दिशा, नई ऊर्जा और नया आत्मविश्वास देगा। (यह लेखक के व्य‎‎‎क्तिगत ‎विचार हैं इससे संपादक का सहमत होना अ‎निवार्य नहीं है) ईएमएस / 06 / 12 / 2025