-हूती विद्रोहियों पर हमले का विवरण जारी करना, पेंटागन के नियमों का उल्लंघन पेंटागन,(ईएमएस)। अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने हूती विद्रोहियों पर होने वाले सैन्य हमले से संबंधित संवेदनशील योजनाएं अपने निजी फोन से साझा कर अमेरिकी सैनिकों को खतरे में डाल दिया है। पेंटागन की एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में रक्षा मंत्रालय में अनुमोदित नहीं किए गए मैसेजिंग ऐप और उपकरणों के इस्तेमाल की भी आलोचना की गई। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक निरीक्षक ने पाया कि हेगसेथ के पास ‘सिग्नल चैट’ नामक मैसेजिंग ऐप में साझा की गई जानकारी को गोपनीय श्रेणी से हटाने का अधिकार था। रिपोर्ट में कहा गया है कि हूती विद्रोहियों पर होने वाले हमले का संवेदनशील विवरण जारी करना, पेंटागन के आंतरिक नियमों का उल्लंघन है। इससे अभियान में शामिल सदस्यों या उनके मिशन को खतरा हो सकता था। रिपोर्ट के मुताबिक हेगसेथ द्वारा साझा की गई जानकारी में अमेरिकी विमानों के उड़ान समय और संख्या जैसे विवरण मौजूद थे, जिसने परिचालनीय सुरक्षा के लिए जोखिम पैदा किया। इसके परिणामस्वरूप अमेरिकी अभियान विफल हो सकता था और अमेरिकी पायलटों को संभावित नुकसान पहुंच सकता था। रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि यह जानकारी दुश्मनों के हाथ लग जाती, तो हूती सुरक्षा बल अमेरिकी हमलों से बचने अपने लड़ाकों और संसाधनों को नए सिरे से तैनात कर सकते थे। हेगसेथ ने इस रिपोर्ट के बाद सोशल मीडिया पर लिखा कि कोई गोपनीय जानकारी नहीं थी। वह पूरी तरह निर्दोष हैं। बात खत्म। हालांकि, डेमोक्रेटिक सांसदों ने हेगसेथ के कार्यों को लापरवाही भरा बताया और कहा कि अगर किसी निचले स्तर के सैन्य अधिकारी ने ऐसा किया होता, तो उसे नौकरी से निकाल दिया जाता या कड़ी सजा दी जाती। महानिरीक्षक कार्यालय ने सूचना सुरक्षा को लेकर रक्षा विभाग के कर्मचारियों को बेहतर प्रशिक्षण देने की सिफारिश की है। अमेरिकी सेना ने दावा किया है कि उसने पूर्वी प्रशांत महासागर में एक और बोट को निशाना बनाया है। अमेरिका के मुताबिक यह बोट ड्रग्स ट्रैफिकिंग के लिए इस्तेमाल हो रही थी और अमेरिकी स्ट्राइक में इस बोट में सवार चार लोग मारे गए हैं। 4 दिसंबर को जारी किए आदेश में वॉर सेक्रेटरी पीट हेगसेथ ने कहा था कि समुद्र में दिखाई देने वाली संदिग्ध नौकाओं के बारे में तुरंत पता लगाया जाए। किसी भी आतंकी या फिर समग्लिंग की गतिविधि की पुष्टि होते ही उसपर स्ट्राइक कर दी जाए। खुफिया एजेंसियों ने पूर्वी प्रशांत में संदिग्ध बोट के बारे में जानकारी दी थी। इस बोट में चार तस्कर भी सवार थे। ऑपरेशन सदर्न स्पेयर के तहत बोट पर हमला कर दिया गया। बता दें डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के बाद इसी साल कम से कम 20 स्ट्राइक में 80 तस्कर मारे गए हैं। अमेरिकी सेना कैरीबियन और पसिफिक रीजन में तस्करों को निशाना बनाती है। 2 सितंबर को पहली बार अमेरिकी सेना ने इस तरह की बोट को निशाना बनाया था। इसमें कम से कम 11 लोगों के मरने का दावा किया गया था। सिराज/ईएमएस 06 दिसंबर 2025