राज्य
06-Dec-2025
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:: रॉबर्ट नर्सिंग होम में मस्कुलर डिस्ट्राफी कार्यशाला में कलेक्टर वर्मा का संवेदनशील संवाद; रैंप लगेंगे, मुफ्त इलाज और कार्ड बनेंगे :: इंदौर (ईएमएस)। रॉबर्ट नर्सिंग होम एंड रिसर्च सेंटर में आज आयोजित मस्कुलर डिस्ट्राफी कार्यशाला में कलेक्टर शिवम वर्मा ने संवेदनशीलता की अनूठी मिसाल पेश की। उन्होंने मस्कुलर डिस्ट्राफी (मांसपेशियों के अनुवांशिक रोग) से जूझ रहे बच्चों से सीधा संवाद किया और उन्हें भरोसा दिलाया कि जिला प्रशासन उनकी लड़ाई में पूरी तरह साथ है और उपचार तथा सुविधाओं के लिए हर स्तर पर सहयोग करेगा। कलेक्टर वर्मा ने घोषणा की कि जिला प्रशासन इस बीमारी के उपचार के लिए फिजियोथेरेपी चिकित्सा से लेकर आवश्यक दवाइयाँ तक उपलब्ध कराएगा। साथ ही, बच्चों की आवाजाही को आसान बनाने के लिए अस्पताल में तत्काल रैंप लगवाए जाएंगे और सामाजिक न्याय विभाग की ओर से जल्द ही इन पीड़ित बच्चों के दिव्यांग कार्ड बनाने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी। कलेक्टर वर्मा ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें घबराने और निराश होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने बच्चों से अपनी पढ़ाई जारी रखने और दूसरों पर कम से कम निर्भर रहने का आग्रह किया। उन्होंने सलाह दी कि वे घरों से बाहर निकलकर सामान्य लोगों से मिलें और नियमित फिजियोथेरेपी कराते हुए न्यूरोलॉजिस्ट की सलाह को गंभीरता से लें। इंडियन मस्कुलर डिस्ट्राफी एसोसिएशन की अध्यक्ष सुश्री संजना गोयल ने बताया कि यह अनुवांशिक रोग लगातार बढ़ता रहता है और व्यक्ति को चलने-फिरने में असमर्थ बना देता है। मध्यप्रदेश में करीब 150 बच्चे इस बीमारी से पीड़ित हैं, जिनमें से 42 अकेले इंदौर जिले से हैं। आज कार्यशाला में इंदौर, खरगोन, उज्जैन और ग्वालियर सहित कई स्थानों से 50 से अधिक बच्चे अपने अभिभावकों के साथ जांच और फिजियोथेरेपी चिकित्सा के लिए पहुंचे थे। स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हेमंत गुप्ता ने स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हेमंत गुप्ता ने भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से पीड़ित बच्चों को निःशुल्क दवाइयाँ उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। कार्यशाला में न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. रचना दुबे, डॉ. गिरीराज चेंडक, फिजियोथेरेपिस्ट कोमल ठाकरे, विठ्ठल शर्मा, डायटिशियन डॉ. विजेता जैन ने अपनी सेवाएं प्रदान कीं। यह आयोजन सोसाइटी फॉर मस्कुलर डिस्ट्राफी द्वारा किया गया था। प्रकाश/06 दिसम्बर 2025