राज्य
07-Dec-2025


(07पीआर31जीडब्ल्यू) 25 कृतियों का विमोचन जबलपुर, (ईएमएस)। अखिल भारतीय साहित्य संघ पूर्णिका मंच के तत्वावधान में कला वीथिका में अखिल भारतीय पूर्णिका उत्सव का भव्यता के साथ आयोजन किया गया जिसमें देश-प्रदेश सहित नगर के पूर्णिकाकारों की 25 किताबों का विमोचन एवं पूर्णिका पर कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। समारोह की अध्यक्षता डॉ.हरिशंकर दुबे ने की। मुख्य अतिथि डॉ. बैजनाथ गौतम, विशिष्ट अतिथि डा. कृष्णकुमार नेमा निर्झर सीहोर सहित डॉ. विभा प्रकाश लखनऊ रहे। सारस्वत अतिथि गायत्री ठाकुर सक्षम नरसिंहपुर, डॉ. दीनदयाल यादव नीलेश बिलासपुर, डॉ. अनिलकुमार वाजपेयी थे, वहीं विशेष आमंत्रित अतिथि करुणासिंह कल्पना रांची, रामगोपाल निर्मलकर सिवनी थे। पूर्णिका विधा के संस्थापक डॉ.सलपनाथ यादव के मार्गदर्शन, अंशुल मिश्रा के संयोजन में आयोजित समारोह में सरस्वती वंदना सिद्धेश्वरी सराफ ने की।साहित्य की नव्यतम विधा पूर्णिका पर यशोवर्धन पाठक,डॉ. निर्मला डोंगरे वृंदावन, विजय बागरी कछारगांव ने विचार व्यक्त किये। वक्ताओं ने कहा कि पूर्णिका विधा की सहजता और गेयता के कारण साहित्य जगत में यह विद्या लोकप्रिय हुई है। राजेश पाठक प्रवीण, एवं आशुतोष तिवारी ने समारोह का संचालन किया। समारोह के समन्वयक राजेन्द्र मिश्र,एम. पी. कोरी उपस्थित थे। पूर्णिका संग्रहों का विमोचन.. इस अवसर पर पूर्णिकार डॉ.प्रो खेदू भारती सत्येश धमतरी, सारिका शर्मा, उमा शर्मा गौतमबुद्ध नगर,रजनी कटारे,नमिता गुप्ता लखनऊ,करुणा सिंह कल्पना रांची,डॉ दीनदयाल यादव बिलासपुर, रामगोपाल निर्मलकर सिवनी, रश्मि पाण्डेय, कदम जबलपुरी, कीरत सिंह यादव, लहार,विभा प्रकाश लखनऊ, विनोद कश्यप शर्मा चण्डीगढ़,तारा गुप्ता लखनऊ,साधना मिश्र लखनवी, प्रदीप श्रीवास्तव ग्वालियर, अनुराधा गर्ग दीप्ति जबलपुर, डॉ. ललित कुमार सिंह अलीगढ़, शिव अलग नैनपुर, डॉ.सलपनाथ यादव ,गायत्री ठाकुर नरसिंहपुर, डॉ. श्याम कुंअर भारती बोकारो की कृतियों का विमोचन हुआ। सभी पूर्णिकारों को जिनकी कृति विमोचित हुई उन्हें पूर्णिकाचार्य की उपाधि से सम्मानित किया गया। सुनील साहू / शहबाज / 07 दिसंबर 2025/ 07.00