कोरबा (ईएमएस) ब्लैक आउट में बिजली प्लांटों को फिर से स्टार्ट करने की मॉकड्रिल हुई। इसके लिए सोमवार दोपहर छुरीखुर्द, जमनीपाली व कोरबा शहरी क्षेत्र में बनावटी बिजली संकट पैदा किया गया, ताकि इससे निपटने और बिजली सप्लाई फिर से शुरू करने का अभ्यास किया जा सके। इस दौरान शहर समेत उपगनर के कई हिस्सों में दोपहर 12.30 बजे से लगभग साढ़े 3 घंटे बिजली आपूर्ति बाधित रही। जिले के घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर सोमवार दोपहर 3 बजे तक बिजली बंद रहने की सूचना मिलने लगी। दरअसल, मॉकड्रिल के कारण छुरीखुर्द, जमनीपाली व कोरबा शहरी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बाधित कर ब्लैक आउट की स्थिति से निपटने का पूर्वाभ्यास किया, क्योंकि ऐसी स्थिति में पावर प्लांटों को फिर से स्टार्ट करना कठिन होता है। इसके लिए तुरंत बिजली की जरूरत होती है। इसकी आपूर्ति जल विद्युत संयंत्रों से हो सकती है। मॉकड्रिल को लेकर अभी राज्य बिजली उत्पादन कंपनी के अधिकारियों ने अधिकृत पुष्टि नहीं की है। जानकारी के अनुसार मॉकड्रिल के दौरान सर्वप्रथम बांगो जल विद्युत गृह, छुरीखुर्द, जमनीपाली और कोरबा पूर्व के उपकेन्द्रों से फीड होने वाले क्षेत्रों को मिलाकर एक आईलैंड सब-सिस्टम बनाया। इसी सब-सिस्टम में ब्लैक आउट की स्थिति निर्मित की गई। इंजीनियरों की टीम ने बिजली संकट क्षेत्र में बिजली बहाली की प्रक्रिया शुरू की। इसकी निगरानी उत्पादन व ट्रांसमिशन कंपनी के प्रमुख अधिकारियों ने की। बांगो हाइडल प्लांट से उत्पादित बिजली को 132 केवी लाइन से छुरीखुर्द, जमनीपाली और कोरबा पूर्व के उपकेन्द्रों तक भेजा। इसके बाद ३३ केवी के बिजली फीडरों को चालू किया। इस तरह मॉकड्रिल किया गया। आपात स्थिति से निपटने इंडियन इलेक्ट्रिसिटी ग्रिड कोड और स्टेट ग्रिड कोड के प्रावधानों के अनुसार साल में एक बार इस तरह का मॉकड्रिल होता है। * 3 उपकेन्द्रों से सब-स्टेशनों की बिजली आपूर्ति हुई प्रभावित 132 केवी क्षमता का तीन उपकेन्द्र जमनीपाली, कोरबा पूर्व और छुरीखुर्द में है। इन सब स्टेशनों से शहर के साथ ही आउटर में निर्मित वितरण कंपनी के सब-स्टेशनों को बिजली सप्लाई की जाती है, जहां से बिजली लोगों के घरों तक पहुंचती है। तीन उपकेन्द्र में मॉकड्रिल से बिजली आपूर्ति बाधित रही। बिजली बंद की सूचना वितरण कंपनी की ओर से उपभोक्ताओं को रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर लगभग घंटेभर पहले दी गई। * संयंत्रों से बिजली बंद रही इसलिए आपूर्ति बाधित बिजली वितरण कंपनी कोरबा सर्किल के अधीक्षण अभियंता बी.के. सरकार ने कहा कि संयंत्रों से बिजली आपूर्ति बंद की गई, इसलिए सब-स्टेशनों से बिजली सप्लाई बाधित हुई। वितरण कंपनी के सब-स्टेशनों में किसी तरह का फाल्ट नहीं रहा। बिजली प्लांट से ट्रांसमिशन लाइन के जरिए वितरण कंपनी के सब-स्टेशनों को बिजली मिलने पर शहर समेत अन्य हिस्सों में फिर बहाल कर दिया है। 09 दिसंबर / मित्तल