क्षेत्रीय
09-Dec-2025


ऑनलाईन ठगी: ग्यारह माह में, पुलिस ने ३३ लोगों के २६ लाख से ज्यादा कराए वापस छिंदवाड़ा (ईएसएस)। शहर में ऑनलाइन ठगी के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पिछले कुछ महीनों में साइबर अपराधियों की सक्रियता बढ़ी है, जिससे आम नागरिक सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। पुलिस के अनुसार कई मामलों में लोगों के बैंक खाते से रकम उड़ा ली गई, जबकि कुछ में फर्जी लिंक और ऐप के जरिए जाल बिछाया गया। साइबर अपराधी लोगों को लुभावने ऑफऱ, फर्जी लिंक और केवाईसी अपडेट के नाम पर ठग रहे हैं। पीडि़तों ने बताया कि ठग खुद को बैंक अधिकारी या कस्टमर केयर प्रतिनिधि बताकर जानकारी हासिल करते हैं और खाते खाली कर देते हैं। साइबर सेल के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष अब तक ३०० ऑनलाइन ठगी के मामले सामने आए हैं। जबकि साईवर सेल के माध्यम से जनवरी से नबंवर २५ तक ठकी के शिकार लोगों को २६ लाख १६ हजार रूपए से अधिक की राशि वापस कराई गई है। इनमें सोशल मीडिया फ्रॉड, ऑनलाइन खरीद-फरोख्त, फर्जी निवेश ऐप और ओटीपी शेयरिंग के मामले शामिल हैं। अधिकारियों का कहना है कि मामलों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में लगभग दोगुनी हो गई है। पुलिस ने दी चेतावनी, सावधान रहें, सुरक्षित रहें बढ़ते मामलों को देखते हुए पुलिस ने नागरिकों को सतर्क रहने की अपील की है। पुलिस का कहना है कि किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें, न ही बैंक से संबंधित जानकारी फोन या इंटरनेट पर साझा करें। साइबर सेल ने कई जागरूकता कार्यक्रम भी शुरू किए हैं ताकि लोग धोखेबाजों के नवीन तरीकों से सावधान रहे सकें। विशेषज्ञों का कहना है कि जागरूकता ही ऐसे अपराधों से बचाव का सबसे बड़ा हथियार है। पुलिस का मानना है कि समय रहते शिकायत करने से पैसे वापस मिलने की संभावना बढ़ जाती है। सही प्लेट फार्म के लिए जागरूकता जरूरी:एसपी एसपी अजय पांडे का कहना है कि ऑन लाईन ठगी के बढ़ते मामलों से बचने के लिए लोगों को सोशल मीडिया का सही उपयोग और ऐप का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके लिए भी सजगता की जरूरत होती है। कई बार गलती से या कभी जानबूझकर ऐसे ऐप का उपयोग व्यक्ति कर लेता है जो बाद में उसके लिए नुकसान देह साबित होता है। कई महत्वपूर्ण जानकारियां इसके जरिए फर्जी काम करने वालों तक पहुंच जाती है और लोग साईवर फ्रॉड का शिकार हो जाते है। शेयर ट्रेडिंग में सबसे ज्यादा फंस रहे है लोग अनावश्यक रूप से कम समय में अधिक लाभ कमाने के लिए इन दिनों सोशल मीडिया में कई तरह के ट्रेडिंग ऐप चल रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा शेयर से रिलेटेड ऐप तथा अन्य ऐप के माध्यम से लोग ज्यादा शिकार हो रहे है। इस तरह के कई फर्जी ऐप सोशल मीडिया में चल रहे है जो फर्जी होते है। इसमें पैसा अधिक दिखाया जाता है लेकिन जब लोग पैसे लगाते है तब या तो ऐप बंद हो जाते है या संबंधित कंपनी भाग जाती जिससे लोगों को आर्थिक क्षति उठानी पड़ती है। ईएमएस/मोहने/ 09 दिसंबर 2025