मप्र हॉक फोर्स के जवानों को मिलेगा सातवां वेतन - नक्सलियों का सफाया करने वाले पुलिस जवानों का प्रमोशन भोपाल (ईएमएस)। मप्र में हॉक फोर्स के जवानों को सातवें वेतन का लाभ जल्दी मिलेगा। बालाघाट में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यह घोषणा की। सीएम बालाघाट में नक्सलियों का सफाया करने वाले 31 पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने पहुंचे थे। सीएम ने हॉक फोर्स के जवानों को पदोन्नति देते हुए सेल्यूट किया। कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा- हमने तय कर दिया है कि हमारे आर्म फोर्स के जवानों सातवें वेतन का लाभ दिया जाएगा। कभी छठवां वेतन आयोग, कभी सातवां वेतन आयोग और कई बार तो सरकार पैसा बचाने की कोशिश करती है कि छठवां वेतन ही देते रहो, सातवें पर आओ ही मत। लेकिन हमने सीधे निर्देश दिए कि इधर- उधर का नहीं चलेगा आर्म फोर्स के जवानों का 7वें कमीशन वाला वेतन बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि घोर-घने जंगलों में पैदल चल कर जो समाज के लिए खतरा है उसका मुकाबला और सामना करके उनको निर्मूल करने की जिम्मेदारी जिनके कंधों पर है। न दिन में सोते हैं न रात में सोते हैं दिन रात खतरा उठाकर भी दूसरों की सुरक्षा की चिंता करते हैं। ये अपना परिवार अद्भुत है। आज मैं अपनी बहनों को पहला श्रेय देना चाहूंगा। जब बाकी सारे लोग उत्सव, त्यौहार, दीपावली, दशहरा, होली, रंगपंचमी, रक्षाबंधन अपने परिवार के साथ मनाते हैं। तब यह बहनें जिनके हौसले के कारण हमारे जवान दूर घनघोर जंगलों में भी जनता की सुरक्षा करते हैं। बंदूक की गोली से कुछ नहीं मिलने वाला प्रदेश की 8.5 करोड़ जनता आपकी आभारी है। इसलिए अपने गांव और शहरों में हम चैन से बैठते, सोते या उत्सव मनाते हैं क्योंकि आप दिन और रात जहां खतरा है। खड़े रहकर लोगो के सुरक्षा की चिंता करते हैं। मैं आपको दिल से प्यार करता हूं। आपका आदर करता हूं और आज मैं आपको विश्वास दिलाता हूं की आपकी इज्जत और मान सम्मान में कोई कमी ना रहे इसकी चिंता हम सदैव करेंगे। समाज के साथ सही से, प्रेम से समरस होइए। प्रगति-विकास के साथ कदम से कदम और कंधे से कंधा मिलाइए। भोली-भाली जनता को भ्रमित मत कीजिए। बंदूक की गोली से किसी को कुछ मिलने वाला नहीं है इसलिए हमारी पहल शांति के लिए है। लेकिन लेकिन अगर जनता को किसी ने छेड़ा तो हम छोड़ेंगे नहीं। युद्ध और बुद्ध में किसे चुनना है ये तय कर लें: नरोत्तम वहीं गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि शिवराज जी के मुख्यमंत्री बनने के पहले मप्र और बालाघाट नक्सली गतिविधियों के लिए मशहूर हो गया था। हमारी सरकार में 93 लाख रूपए के इनामी नक्सली मारे हैं या जेल में डाले हैं। हम मारना नहीं चाहते नक्सलियों से कहते हैं कि आओ मुख्यधारा में शामिल हो मप्र सरकार ने नक्सलियों के लिए कई योजनाएं चलाईं हैं। युद्ध की संभावनाओं में रह रहे लोग सुन लें युद्ध भी है बुद्ध भी हैं जिसे चाहें चुन लें। भाजपा सरकार के पहले ग्वालियर, चंबल में डाकुओं के गैंग हुआ करते थे। अब एक भी गैंग मप्र में जिंन्दा नहीं हैं। कार्यक्रम में बालाघाट जिले के प्रभारी मंत्री हरदीप सिंह डंग, केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, पिछडा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन, रामकिशोर कांवरे, विधायक हिना कांवरे, डीजीपी सुधीर सक्सेना, एडीजी आदर्श कटियार मौजूद थे। विनोद/05/09/2022