(20 मार्च विश्व गौरैया दिवस पर विशेष) हमारी सोच अब आहिस्ता-आहिस्ता बदलने लगी है। हम हम प्रकृति
इस बार के लोकसभा के चुनाव सात चरणों में पूरे होंगे। भारत में ऐसा क्यों होता है। चुनाव
(20 मार्च मेले पर विशेष) हमारे देश में बहुत से ऐसे धार्मिक स्थल हैं जो अपने चमत्कारों व
| चूंकि आम चुनावों की घोषणा हो चुकी है इसीलिए मुझे भी रोजाना आम चुनावों के मुताल्लिक ही
रामखेलावन काका चौपाल पर खैनी ठोकते हुए कहा देखिए ! चंदे के फंदे में मत उलझिए यह फागुन है
अभी हाल ही में एक साथ चुनाव कराने को केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई उच्च स्तरीय समिति ने
धर्म के मुख्यत: दो आयाम हैं। एक है संस्कृति, जिसका संबंध बाहर से है। दूसरा है अध्यात्म,
शुभ संवत 2080 शाके 1945, सौम्य गोष्ठ, फाल्गुन शुक्ल पक्ष, शिशिर बसंत ऋतु, गुरु उदय पूर्वे शुक्रोदय
शुभ संवत 2080 शाके 1945, सौम्य गोष्ठ, फाल्गुन शुक्ल पक्ष, शिशिर बसंत ऋतु, गुरु उदय पूर्वे शुक्रोदय
मनुष्य जितना ज्ञान में घुल गया हो उतना ही कर्म के रंग में रंग जाता है। - विनोबा भावे विजयी व्यक्ति स्वभाव से, बहिर्मुखी होता है। पराजय व्यक्ति को अन्तर्मुखी बनाती है। - प्रेमचंद