राज्य
21-Sep-2022


गांधीनगर (ईएमएस)| गुजरात विधानसभा के आज से प्रारंभ हुए दो दिवसीय सत्र के पहले ही दिन सरकार ने आवारा पशु नियंत्रण विधेयक को वापस ले लिया है| इसी साल बजट सत्र में इस विधेयक को विधानसभा में पास किया गया था| जिसके बाद से राज्यभर में पशुपालक इस विधेयक को वापस लेने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे| गुजरात ही नहीं देशभर में आवारा पशुओं के चलते आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं| इस गंभीर समस्या के निपटारे के लिए गुजरात सरकार ने आवारा पशु नियंत्रण के लिए एक कानून बनाने का फैसला किया था| गुजरात विधानसभा के बजट सत्र में आवारा पशु नियंत्रण विधेयक पेश किया गया और बहुमत के आधार पर उसे पारित भी कर दिया गया था| लेकिन इसे कानूनी जामा पहनाया जाता उससे पहले पशुपालकों ने इसका विरोध शुरू कर दिया| पशुपालक समाज के नेताओं ने मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के साथ मुलाकात की और आवारा पशु नियंत्रण विधेयक वापस लेने की मांग की| पशुपालकों ने गुजरात प्रदेश भाजपा प्रमुख सीआर पाटील से भी इस संदर्भ में पेशकश की थी| उस वक्त सीआर पाटील ने पशुपालकों की मांग को उचित ठहराते हुए उन्हें आश्वासन दिया था कि वह आवारा पशु नियंत्रण विधेयक वापस लेने की पेशकश करेंगे| पशुपालकों ने विधेयक वापस लेने की मांग को लेकर राज्यभर में ज्ञापन दिए थे| इतना ही नहीं विधेयक वापस नहीं लेने पर गांधीनगर में आश्चर्यजनक और उग्र आंदोलन की भी पशूपालकों ने चेतावनी दी थी| पशुपालकों के लगातार बढ़ते विरोध को देखते हुए सरकार ने विधेयक को वापस लेने का फैसला किया था| गुजरात विधानसभा से पहले आज से प्रारंभ हुए दो दिवसीय सत्र में सरकार ने बहुमत के आधार पर आवारा पशु नियंत्रण कानून वापस ले लिया है| सतीश/21 सितंबर