राज्य
03-Feb-2023
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- कोरबा संसदीय क्षेत्र की प्रमुख सड़कों के निर्माण स्वीकृति हेतु फरवरी 2021 और अप्रैल 2022 में दिए गए थे प्रस्ताव - अनेक नई सड़कों के लिए निर्माण स्वीकृति के साथ ही महत्वपूर्ण राज्य सड़क मार्गों को राष्टीय राजमार्ग से जोड़ने का भी पूर्व पत्रों में किया गया था अनुरोध - प्रस्ताव देने के बाद लम्बा अरसा बीत जाने व कोई जवाब नहीं मिलने पर सांसद श्रीमती महंत ने स्मरण पत्र के साथ केन्द्रीय मंत्री से पुनः की मुलाकात - पूर्व में भी इस संबंध में कोरबा सांसद केन्द्रीय मंत्री से कर चुकी हैं मुलाकात कोरबा (ईएमएस) कोरबा संसदीय क्षेत्र की जागरूक और संवेदनशील सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत क्षेत्र के विकास हेतु सदैव प्रयत्नशील रहती हैं जिसके लिए वे प्रायः संबंधित विभागों और मंत्रालयों के संपर्क में बनी रहती हैं। 2 फरवरी को सांसद श्रीमती महंत ने केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी से मुलाकात कर स्मरण दिलाते हुए कोरबा संसदीय क्षेत्र के लिए आवश्यक प्रमुख सड़कों के निर्माण स्वीकृति संबंधी पूर्व में दिए गए प्रस्तावों पर विस्तार से चर्चा किया। श्रीमती महंत ने कोरबा संसदीय क्षेत्र की भौगोलिक और वन संपदा के साथ ही आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने के नाते क्षेत्रीय विकास में प्रमुख सड़को के निर्माण के बाद आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के लोगों की उत्तरोत्तर प्रगति और विकास में कैसे सहायक साबित हो सकती है जैसे महत्वपूर्ण बिन्दुओं को प्रतिपादित करते हुए विस्तार से चर्चा की। सांसद श्रीमती महंत ने पूर्व में दिए गए प्रस्तावों के लिए स्मरण पत्र प्रस्तुत करते हुए प्रस्तावित प्रमुख मार्गों के लिए मानचित्र भी प्रस्तुत किया। सांसद महंत के प्रस्तावों पर गंभीरता से विचार करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी ने आश्वासन दिया है कि पूरी कार्य योजना की रूपरेखा पर तकनीकी टीम से चर्चा उपरांत सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की जाएगी। कोरबा सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने पूर्व में सड़क निर्माण संबंधी जिन मार्गों का प्रस्ताव दिया था उनमें से कारीआम से बसंतपुर-कोटमी-मरवाही होते हुए मनेन्द्रगढ़ मार्ग जिसकी कुल लम्बाई 90 किलोमीटर पीपर खूटी से गौरेला बाईपास ओव्हर ब्रिज होते हुए अंजनी नेवसा चुक्तीपानी जलेश्वर अमरकण्टक (मध्यप्रदेश) मार्ग के लिए जिसकी कुल लम्बाई 40 किलोमीटर अंजनी से धनौली करगरा पोड़की इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय राजेन्द्रग्राम अनूपपुर (मध्यप्रदेश) मार्ग जिसकी कुल लम्बाई 40 किलोमीटर है। कोरबा सांसद के एक अन्य प्रस्ताव में कुछ ऐसे सड़क मार्गों के चौड़ीकरण का प्रस्ताव दिया गया है जिनकी वर्तमान में चौड़ाई मात्र 3.50 मीटर है लेकिन क्षेत्र में सड़क मार्ग के अलावा आवागमन का अन्य कोई साधन नहीं होने के कारण और यातायात के बढ़ते दबाव को देखते हुए सड़कों के चौड़ीकरण की आवश्यकता प्रतिपादित की गई है। इन मार्गों में राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 130 पर स्थित चोटिया से कोरबी-खड़गंवा होते हुए बैकुण्ठपुर तक की सड़क जो वर्तमान में स्टेट हाईवे है और उसकी लम्बाई लगभग 100 किलोमीटर है यह सड़क बैकुण्ठपुर में आकर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 43 से जुड़ जाती है। सांसद श्रीमती महंत ने अपने पत्र में बताया है कि 100 किलोमीटर के इस सड़क को नेशनल हाईवे में जोड़ने से कोरिया जिला का सीधा सम्पर्क प्रदेश की राजधानी से हो जाएगा जिससे जिले वासियों का आवागमन सुगम हो सकेगा। इसी प्रकार से सांसद ने अपने प्रस्ताव में आगे बताया है कि विकास खण्ड मनेन्द्रगढ़ के ग्राम कठौतिया से भरतपुर विकास खण्ड तक की सड़क जिसकी लम्बाई 110 किलोमीटर है। चूंकि कोरिया जिला अनुसूचित क्षेत्र है अतएव इस सड़क को भी 7 मीटर चौड़ाई की बनाने से क्षेत्रवासियों के आवागमन व माल परिवहन में बहुत सहूलियत हो जाएगी। अपने प्रस्ताव में सांसद श्रीमती महंत ने आगे लिखा है कि विकास खण्ड भरतपुर के कोटाडोल से विकास खण्ड सोनहत के रामगढ़ तक 65 किलोमीटर लम्बाई की सड़क को 7 मीटर चौड़ी किए जाने की आवश्यकता है। विकास खण्ड खड़गवां के देवाडांड से कोड़ा होते हुए मरवाही जिला पहुंच मार्ग लगभग 30 किलोमीटर लम्बाई की सड़क को भी 7 मीटर चौड़ी बनाए जाने की आवश्यकता पर प्रस्ताव में जोर दिया गया है। इसी प्रकार से विकास खण्ड बैकुण्ठपुर में ग्राम-खाड़ा नेशनल हाईवे क्रमांक 43 से अगहर होते हुए तेन्दुआ तक की सड़क और विकास खण्ड बैकुण्ठपुर चोरवापारा से मुरमा होते हुए पटना पहुंच मार्ग जिसकी लम्बाई लगभग 20 किलोमीटर है उसको भी 7 मीटर चौड़ी बनाए जाने की आवश्यकता बताई है। कोरबा सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने नितिन गड़करी को लिखे एक अन्य पत्र में छत्तीसगढ़ राज्य विशेषकर कोरबा जिला और कोरिया जिला के महत्व को प्रतिपादित करते हुए लिखा है कि देश को सर्वाधिक राजस्व प्रदान करने वाली महत्वपूर्ण कोयला खदानें इसी क्षेत्र में स्थित हैं और यह देश की बहुत बड़ी उपलब्धि एवं धरोहर है। सांसद श्रीमती महंत ने आगे लिखा है कि कोरबा और कोरिया जिला से उत्पादित कोयले का सड़क मार्ग से परिवहन करने व उसे विस्तार देने के लिए कुछ प्रमुख सड़कों को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने की आवश्यकता है। पत्र में उन्होंने आगे लिखा है कि छत्तीसगढ़ की जनता के प्रति उनका प्रेम ही है जिसके चलते बिलासपुर से कटघोरा तक 4 लेन राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण का कार्य प्रगति पर है और कटघोरा से अम्बिकापुर तक 2 लेन सी.सी. रोड निर्माण का कार्य लगभग पूर्णता की ओर है। उक्त राष्ट्रीय राजमार्ग के बीच कोरबा जिला के चोटिया से छोटा नागपुर (मनेन्द्रगढ़) तक 2 लेन एवं कटघोरा से पसान-कोटमी-पेण्ड्रा-गौरेला होते हुए ग्राम पीपरखुटी तक सड़क निर्माण की आवश्यकता है। इस सड़क मार्ग के निर्माण से कोयला परिवहन के साथ ही आम जनता को आवागमन हेतु बेहतर सुविधा प्राप्त हो सकेगी। पत्र में आगे लिखा गया है कि उक्त मार्ग के राष्ट्रीय राजमार्ग 45 में जुड़ने से छत्तीसगढ़ राज्य से कोयला परिवहन मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों को भी सुगमता से हो सकेगा। कोरबा सांसद ने एक अन्य महत्वपूर्ण प्रस्ताव में राष्ट्रीय राजमार्ग 130 पर 53.300 किलोमीटर बिन्दु से 92.600 (पीकेजी मार्क 2) किलोमीटर बिन्दु चैतुरगढ़ पहाड़ तक पतरापाली-कटघोरा मार्ग को बनाए जाने की आवश्यकता पर बल दिया है क्योंकि इसके मध्य ऐतिहासिक धरोहर देवी महिषासुर मर्दिनी का प्राचीनतम मंदिर स्थित है। इसी प्रकार से राष्ट्रीय राजमार्ग 149 बी चांपा-उरगा 0 किलोमीटर से 38.200 किलोमीटर (पीकेजी मार्क 1) 4 लेन निर्माणाधीन सड़क मार्ग के मध्य ऐतिहासिक धरोहर मां मड़वारानी पहाड़ तक सड़क निर्माण की आवश्यकता है। बिलासपुर से पतरापाली व्हाया पाली-कटघोरा सड़क निर्माण के शेष कार्य को पूरा कराने सहित देश के 44 इकोनॉमिक कॉरिडोर में शामिल रायपुर से धनबाद ग्रीन कॉरिडोर सड़क निर्माण का कार्य शीघ्र प्रारंभ कराने हेतु सासंद द्वारा प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया था।