राज्य
26-Apr-2023
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कोरबा (ईएमएस) कोरबा जिले मे वनमंडल कटघोरा के पसान व केंदई रेंज अंतर्गत वन विभाग द्वारा हाथियों के रोकथाम के लिए किये जा रहे तमाम प्रयासों के बावजूद हाथियों की समस्या खत्म होने के नाम ही नहीं ले रही है। बल्कि यह समस्या और भी विकराल रूप धारण करते जा रही है। ग्रामीण हाथियों के उत्पात से काफी ज्यादा परेशान है। गत रात्रि पड़ोसी जीपीएम जिले से पहुंचे दो दंतैल हाथियों ने पसान रेंज के ग्राम खोडरी-तवरिहा में जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान हाथियों ने दो ग्रामीणों के मकान बुरी तरह ध्वस्त कर दिए। इतना ही नहीं मकान में रखे चावल, धान, कोदो, महुआ सहित अन्य अनाज को चट कर दिया। हाथियों ने जाने से पहले एक ग्रामीण के खेत में लगे धान की रबी फसल को भी रौंद डाला है। दंतैल हाथियों का उत्पात रात भर चला। इस दौरान ग्रामीण गांव की गलियों में आग जलाकर रतजगा करते रहे। गांव में पक्का मकान नहीं होने के कारण ग्रामीणों को अपने बचाव के लिए आग का सहारा लेना पड़ा। वन विभाग की टीम सूचना मिलने पर तुरंत मौके पर पहुंची और हाथियों को खदेडऩे की कार्रवाई की। खदेड़े जाने पर हाथियों ने जंगल का रूख किया तब ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। जानकारी के अनुसार पसान रेंज के खोडरी तवरिहा गांव में दो दंतैल हाथियों के दस्तक पड़ोसी जीपीएम जिले से हुई थी। दिन भर हाथियों ने यहां के जंगल में विश्राम किया और शाम ढलते ही जंगल से निकलकर खोडरी-तवरिहा गांव पहुंच गए। हाथियों के गांव में दस्तक देते ही ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। हाथियों ने गांव में जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान जयमंगल सिंह पिता दुर्जन सिंह नामक ग्रामीण के घर को निशाना बनाते हुए हाथियों ने उसे ढहा दिया। इतना ही नहीं घर में रखे चावल, धान, कोदो, महुआ सहित अन्य अनाज को चट कर दिया। हाथियों ने इंद्रपाल सिंह पिता पचंम के मकान को भी तहस-नहस करने के साथ ही कोठी में रखे धान को भी खा गए। गांव में दंतैल हाथियों के पहुंचने तथा उत्पात मचाये जाने की सूचना मिलने पर बिटगार्ड ईश्वरदास मानिकपुरी हाथी मित्रदल के सदस्यों के साथ तत्काल मौके पर पहुंचे और गांव में मुनादी कराने के साथ ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया और फिर उत्पात मचा रहे हाथियों को खदेडऩे की कार्रवाई की इस काम में कुछ ग्रामीणों की भी मदद ली गई। वन विभाग द्वारा खदेड़े जाने पर हाथियों ने जंगल का रूख किया। लेकिन जंगल जाने से पहले सुमेंद्र सिंह के खेत में धान की फसल को रौंद दिया। हाथियों का उत्पात पूरी रात चली। इसी दौरान वन विभाग की टीम मौके पर मौजूद रहकर हाथियों की निगरानी करती रही। सुबह होने पर टीम ने नुकसानी का आंकलन किया और अपनी रिपोर्ट तैयार की। जिसे वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपा जाएगा। दंतैल हाथियों के उत्पात से इलाके में दहशत का माहौल है और ग्रामीण अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उधर केंदई रेंज में भी 34 हाथी घूम रहे हैं, जिसमें से 13 हाथी कापानवापारा में है, जबकि 21 हाथी लालपुर क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं। इन हाथियों ने यहां कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है। फिर भी वन विभाग द्वारा सतर्कता बरती जा रही है और हाथियों की लगातार निगरानी की जा रही है।