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26-May-2023
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सेंगोल स्थापना के लिए मौजूद रहेंगे डिजाइनर जौहरी व तमिलनाडु के पुजारी नई दिल्ली (ईएमएस)। नया संसद भवन बनकर तैयार हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार 28 मई को लोकार्पित करेंगे। नए संसद भवन के उद्घाटन का शुभारंभ वैदिक रीति से मंत्रोच्चार और पूजा से होगा। समारोह में देश तमाम दिग्गज नेता शरीक होंगे। वहीं विपक्ष ने पीएम मोदी की जगह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से नए संसद के उद्घाटन की मांग रखी है। नवनिर्मित संसद भवन का उद्घाटन दो चरणों में किया जाएगा। समारोह से पहले की रस्में सुबह शुरू होंगी और संसद में गांधी प्रतिमा के पास एक पंडाल में आयोजित होने की संभावना है। पीएम मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश और सरकार के कुछ वरिष्ठ मंत्रियों के समारोह में शामिल होने की उम्मीद है। दूसरा चरण दोपहर में राष्ट्रगान के गायन के साथ शुरू होने की उम्मीद है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पूजा के बाद गणमान्य लोग नए भवन में लोकसभा के कक्ष और राज्यसभा कक्ष के परिसर का निरीक्षण करेंगे। संभावना है कि कुछ अनुष्ठानों के बाद लोकसभा कक्ष में स्पीकर की कुर्सी के ठीक बगल में पवित्र सेंगोल स्थापित किया जाएगा, जिसके लिए इसे डिजाइन करने वाले मूल जौहरी सहित तमिलनाडु के पुजारी मौजूद रहेंगे। सूत्रों का कहना है कि नए संसद भवन के परिसर में एक प्रार्थना समारोह भी आयोजित किया जाएगा। नए संसद भवन के लोकार्पण का यह है पूरी समय-सारिणी पहला चरण: 8 बजे सुबह के करीब शुरू होने वाले कार्यक्रम का पहला चरण करीब 9:30 बजे समाप्त होगा। इस कार्यक्रम में मंत्रोच्चार के साथ पूजा होगी। -9 बजे के बाद नेता भवन का निरीक्षण करेंगे। -9.30 बजे के करीब लोकसभा में सेंगोल को रिती-रिवाज के साथ स्थापित किया जाएगा। इसमें शंकराचार्य समेत तमिलनाडु के मठ के 20 पंडित मौजूद रहेंगे। दूसरा चरण: 12 बजे के बाद दूसरा चरण लोकसभा कक्ष में राष्ट्रगान के गायन के साथ शुरू होने की उम्मीद है। इसके बाद राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश भाषण देंगे, जो राज्यसभा के सभापति, जगदीप धनखड़ की ओर से एक लिखित बधाई संदेश पढ़ेंगे। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का लिखित संदेश भी पढ़ा जाएगा। इसके बाद नई संसद के निर्माण की प्रक्रिया, भवन और उसके महत्व के बारे में दो लघु फिल्में भी दिखाई जाएंगी। फिल्म दिखाने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का संबोधन होगा। समारोह में राज्यसभा में विपक्ष के नेता के भाषण के लिए एक स्लॉट भी रखा गया है। हालांकि, विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के रविवार को समारोह में शामिल होने की संभावना नहीं है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी ने कई विपक्षी दलों के साथ उद्घाटन समारोह के बहिष्कार की घोषणा की है। पीएम मोदी इस अवसर पर एक सिक्का और डाक टिकट भी जारी करेंगे और इस अवसर पर अपना भाषण भी देंगे। अंत में लोकसभा महासचिव धन्यवाद प्रस्ताव देंगे। नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में 25 दल होंगे शामिल व 21 का बहिष्कार विपक्ष के बहिष्कार के आह्वान के बीच, केंद्र को 25 राजनीतिक दलों की एक पक्की सूची मिली है जो नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में भाग लेंगे। इनमें से कुछ ऐसे भी हैं जो एनडीए का हिस्सा नहीं हैं। बहुजन समाज पार्टी, शिरोमणि अकाली दल, जनता दल (सेक्युलर), लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास), वाईएसआर कांग्रेस, बीजू जनता दल और तेलुगू देशम पार्टी समारोह में शामिल होने वाले सात गैर-राजग दल हैं। इन दलों के लोकसभा में 50 सांसद हैं। भाजपा के अलावा शिवसेना, नेशनल पीपुल्स पार्टी, नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी, सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा, जननायक जनता पार्टी, अन्नाद्रमुक, आईएमकेएमके, आजसू, आरपीआई, मिजो नेशनल फ्रंट, तमिल मनीला कांग्रेस, आईटीएफटी (त्रिपुरा), बोडो पीपुल्स पार्टी, पीएमके, एमजीपी, अपना दल और एजीपी के नेता समारोह में शामिल होंगे। देश के दिग्गज नेता समारोह में होंगे शामिल नए संसद भवन के मुख्य वास्तुकार बिमल पटेल और भवन का निर्माण करने वाली कंपनी टाटा के मालिक प्रतिष्ठित उद्योगपति रतन टाटा को भी नए भवन के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया है। वहीं, कई फिल्मी सितारों और खिलाड़ियों सहित कुछ प्रमुख हस्तियों को भी निमंत्रण भेजा गया है। नए संसद भवन में बैठ सकेंगे 888 लोकसभा सदस्य संसद का पुराना भवन 1927 में बनकर तैयार हुआ था और अब लगभग 100 साल पुराना होने जा रहा है। इस भवन में आवश्यकतानुसार स्थानाभाव था, इसलिए नए भवन की जरूरत पहले से ही थी। अब नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में पहले के 550 की जगह 888 सदस्य और राज्यसभा में 250 की जगह 384 सदस्य बैठ सकेंगे। दोनों सदनों का संयुक्त सत्र लोकसभा के चैंबर में ही आयोजित किया जाएगा। पूरा संसद भवन तीन मंजिला है, जो 64 हजार 500 वर्ग मीटर के दायरे में फैला है। भवन के निर्माण की लागत 1200 करोड़ रुपये आई है। भवन पर देवनागरी में संसद संकुल व अंग्रेजी में पार्लियामेंट कॉम्प्लेक्स लिखा होगा खबर है कि सिक्के के एक तरह अशोक स्तंभ नजर आएगा, जिसके साथ सत्यमेव जयते लिखा होगा। वही दूसरी तरफ देवनागरी में भारत लिखा होगा। साथ ही अंग्रेजी में इंडिया भी अंकित होगा। खास बात है कि सिक्के पर नया संसद परिसर भी नजर आएंगे। देवनागरी में संसद संकुल और अंग्रेजी में पार्लियामेंट कॉम्प्लेक्स लिखा होगा। 35 ग्राम के इस सिक्के में 50 फीसदी चांदी, 40 फीसदी तांबा, 5 फीसदी निकल और 5 फीसदी ही जिंक शामिल होगा। दिलीप/ईएमएस, 26 मई 2023