राज्य
26-May-2023
...


जबलपुर (ईएमएस)। मध्य प्रदेश जागरूक अधिकारी कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के जिलाध्यक्ष रॉबर्ट मार्टिन ने बताया कि शासन द्वारा प्रमोशन नहीं किए जाने से कर्मचारियों को एक ही पद पर रहते हुए सेवानिवृत्त होना पड़ रहा है यह कर्मचारियों के साथ शासन का अन्यायपूर्ण व्यवहार है जिससे सबसे ज्यादा नुकसान तृतीय श्रेंणी में सबसे निचले पद पर कार्य कर रहे सहायक शिक्षक, वर्ग-3/ सहायक अध्यापक/स्टेनोटायपिस्ट के कर्मचारियों को उठाना पड़ रहा है। जबकि ये सभी लोक सेवक अपने-अपने विभागों में विगत कई वर्षों से अपनी सेवा देते आ रहे हैं परंतु शासन-प्रशासन इनकी सुध नहीं ले रहा यही वजह है कि ये अपनी सेवा पूूर्ण कर बिना पदोन्नति के ही सेवानिवृत्त हो रहे हैं परंतु बार-बार मांग करने के बावजूद भी शासन के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही। संघ ने आगे बताया कि शासन अपनी पक्षपातपूंर्ण नीती के चलते नित नये प्रयोगों का सहारा लेते हुए तृतीय श्रेंणी कर्मचारियों के भर्ती नियमों को बदल कर उच्च पद सीधी भर्ती से भर रही है जिससे निचले कर्मचारियों में घोर निराषा का भाव उत्पन्न हो रहा है यही वजह है कि उच्च पदों को अनुभवविहीन लोगों से भर दिया जा रहा है जो अनुचित है और सेवानिवृत्त होने वाले तृतीय श्रेंणी के कर्मचारियों को पदोन्नति नहीं दिया जाना न्यायोचित नहीं है। संघ ने शासन से अपील की है कि तृतीय श्रेंणी के कर्मचारियों की पदोन्नति शीघ्र प्रारंभ की जाए एवं भर्ती नियमों में आंषिक परिवर्तन करते हुए तृतीय श्रेंणी के उच्च पद जैसे षिक्षक, अध्यापक, वरिष्ठ अध्यापक के पद 75 प्रतिशत पदोन्नति से एवं 25 प्रतिषत सीधी भर्ती से भरने का प्रावधान रखा जाए। जिससे कर्मचारियों को समय-समय पर पदोन्नति मिलती रहे और उनमें कार्य के प्रति उत्सुकता, लगन एवं दक्षता बनी रहे। समिति के जिलाध्यक्ष-रॉबर्ट मार्टिन, दिनेश गौंड़, राकेश श्रीवास, हेमन्त ठाकरे, राजकुमार यादव, सुधीर पावेल, क्रिस्टोफर नरोन्हा, आर.पी.खनाल, एनोस विक्टर, विनोदसिंह, गोपीशाह, सुनील झारिया, उमेष सिंह ठाकुर, रवी जैन, रामकुमार कतिया, आदि ने शासन से मांग की है कि कर्मचारियों के प्रमोशन अतिशीघ्र किए जाए।