राज्य
23-Sep-2023
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-20 साल बाद सितंबर में खुले भदभदा के गेट भोपाल (ईएमएस)। राजधानी की लाइफ लाइन बड़ा तालाब फुल लेवल तक भर गया है। शनिवार तडक़े 3 बजे भदभदा बांध के 2 गेट खोलना पड़े हैं। कैचमेंट एरिया और सीहोर जिले में तेज बारिश होने से शुक्रवार सुबह से ही बड़े तालाब में पानी का लेवल बढऩे लगा था। 20 साल बाद ऐसा हुआ, जब जुलाई-अगस्त की जगह सितंबर में भदभदा के गेट खोले गए। इससे पहले 2003 में ऐसा हुआ था। पिछले साल जुलाई में ही गेट खुल गए थे। बारिश के कारण कोलांस नदी उफनी हुई है। शुक्रवार को नदी का पानी भोपाल - सीहोर - देवास हाईवे के एक तरफ करीब 5 किलोमीटर के दायरे में फैल गया। आसपास खेतों में पानी भर गया। भोपाल की तरफ से हाईवे 4 घंटे से ज्यादा बंद रहा। भोपाल - सीहोर हाईवे पर कोलूखेड़ी गांव का बड़ा नाला भी उफान पर आ गया था। यहां एक होटल में छह कर्मचारी फंस गए थे। इन्हें नगर निगम की टीम ने रेस्क्यू किया। भोपाल - बैरसिया रोड स्थित ईंटखेड़ी में पुल से भी बरसाती नाले का पानी ओवरफ्लो होने से यहां एक घंटे के लिए वाहनों की आवाजाही बंद रही। सीहोर में तेज बारिश के कारण उफनी कोलांस शुक्रवार को बड़े तालाब के कैचमेंट एरिया में कोलांस नदी 8 फीट ऊपर तक बही। इससे बड़ा तालाब में पानी तेजी से बढ़ा। शाम तक बांध का लेवल 1666.30 फीट तक पहुंच गया था, जबकि रात में भी पानी की आवक और बढ़ गई। तालाब का फुल टैंक लेवल 1666.80 फीट है। बड़े तालाब का कैचमेंट एरिया कोलांस नदी है। यह नदी सीहोर जिले से बहती है। यही वजह है कि सीहोर जिले में जब भी तेज बारिश होती है तो कोलांस उफान पर आ जाती है। गुरुवार रात से शुक्रवार सुबह तक सीहोर जिले में तेज बारिश हुई। इससे कोलांस नदी उफान पर आ गई और बड़ा तालाब में पानी का लेवल बढ़ता गया। अब कलियासोत में बढऩे लगा पानी का लेवल भदभदा डैम के प्रभारी अजय सिंह सोलंकी ने बताया कि गेट खोलने से पहले आसपास सायरन बजाकर लोगों को अलर्ट कर दिया गया। रात 3 बजे पहला और फिर दूसरा गेट खोला गया। भदभदा के कुल 11 गेट हैं। इसका पानी कलियासोत डैम में जा रहा है। इसके बाद इस डैम में तेजी से पानी बढ़ेगा और इसके गेट भी खुल सकते हैं। कलियासोत डैम का वॉटर लेवल 1652 फीट है। डैम की कुल जलभराव क्षमता 1659 फीट है। पिछले साल 22 जुलाई को एफटीएल पर था बड़ा तालाब 2022 में 22 जुलाई को अपने एफटीएल पर पहुंचा था। 24 जुलाई को तालाब के भदभदा बांध के सभी 11 गेट खोल दिए गए थे। कलियासोत के भी सभी गेट खुल गए थे। इस बार तालाब ठीक दो माह बाद अपने एफटीएल पर पहुंचा है। 2022 में 20 से अधिक दिन तक गेट खोलने पड़े थे। अब 2023 में बारिश का अंतिम दौर है ओर इसने बड़ा तालाब को लबालब कर दिया। इस सीजन में पहली बार है जब तालाब पूर्ण जलभराव पर पहुंचा। सीहोर समेत तालाब के कैचमेंट में शुक्रवार को जमकर बारिश हुई। 2003 में सितंबर माह में खुले थे गेट कैचमेंट का पानी तालाब में पहुंचा रही कोलांस नदी 7 फीट पर बहने लगी थी तभी उम्मीद की जाने लगी थी कि शनिवार मध्यरात्रि या अलसुबह गेट खुलने की स्थिति बन सकती है। 2003 के बाद 2023 में सितंबर माह में भदभदा के गेट खुले है। 2003 में 25 सितंबर को भदभदा के गेट खुले थे। भदभदा के एक गेट खुलने से प्रतिघंटा 12 एमसीएफटी पानी निकलता है। एक एमसीएफटी में 2.83 करोड़ लीटर के अनुसार एक गेट एक घंटे तक खुला रहे तो 33.97 करोड़ लीटर पानी निकालता है।