02-Feb-2024
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हिमाचल से ग्वालियर फिर भोपाल में दवा सप्लायर तक पहुंचता था कफ सिरप, 26 लाख का माल बरामद भोपाल(ईएमएस)। राजधानी भोपाल की क्राइम ब्रांच टीम ने एक दवा सप्लायर्स को प्रतिबंधित कोडिन युक्त कप सीरप की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया है। आरोपी ग्वालियर से कफ सिरप को मंगाने के बाद उन्हें प्रदेश के रीवा, सतना, मैहर, नीमच सहित मंदसौर शहर में डिमांड पर सप्लाई करता था। कार्यवाही के दौरान पुलिस ने प्रतिबंधित कफ सिरप की 127 पेटियां बरामद की है, जिसकी कीमत करीब 26 लाख रुपये बताई गई है। जानकारी के मुताबिक मैहर थाना पुलिस ने एक फरवरी को एक कार को मुखबिर की सूचना पर रोका था, उसमें चार लोग सवार थे, उस कार से करीब 15 कार्टून प्रतिबंधित कोडिन युक्त कोरेक्स कफ सीरप बरामद किए गए थे। आरोपी से पूछताछ किये जाने पर उसने भोपाल के सुन्दर बलवानी का किराये का मकान पानी की टंकी के पास शाहजहांनाबाद निवासी 27 वर्षीय अंकित बंग पिता रमन बंग (माहेश्वरी) से माल लाना बताया। वहीं यह भी पता चला कि इस तस्करी का मुख्य केंद्र भोपाल शहर का शाहजहाँनाबाद क्षेत्र है। और भोपाल में बैठे ड्रग डीलर प्रदेश सहित मैहर में भी कफ सीरप सप्लाई कर रहे है। मैहर के सीएसपी राजीव पाठक ने भोपाल को सूचना दी। सूचना मिलने पर क्राईम ब्रांच टीम ने मैहर पुलिस टीम के साथ संयुक्त कार्यवाही करते हुए जिला मैहर में कटनी रोड अमड़ा नाला और भोपाल में क्राइम ब्रांच की टीम ने पानी की टंकी के पास शाहजहाँनाबाद इलाके में स्थित अंकित माहेश्वरी उर्फ अंकित बंग के किराये के मकान पर छापामार कार्यवाही की। कार्यवाही के दौरान टीम ने आरोपी अंकित माहेश्वरी उर्फ अंकित बंग के पास से करीब 26 लाख की 127 पेंटिया और जिला मैहर में 12 लाख से अधिक कीमत के 15 कार्टून, कार सहित हजारो की नगदी जप्त करते हुए चार आरोपियो मनीष साकेत उर्फ नंदू संतोष शुक्ला, संपत कुमार मिश्रा, संतोष कुशवाहा और अंकित महेश्वरी उर्फ अंकित बंग को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से आगे की पूछताछ के लिये रिमांड पर लिया गया है। जिनसे प्रदेश भर में फैले उनके अंतर्राज्यीय नेटवर्क के बारे में जानाकरी जुटाई जा रही है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट सहित मप्र ड्रग्स कंट्रोल अधिनियम के तहत मामला कायम किया कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी अकिंत बंग पिता रमन बंग (27) बीते करीब एक साल से इस प्रतिबंधित कफ सिरप की तस्करी कर रहा था। अधिकारियो ने बताया कि पकड़ाई गई कफ सीरप की खेप को हिमाचल से ग्वालियर और फिर भोपाल में दवा सप्लायर तक पहुंचाया जाता था। इसके बाद नशा करने कोडिन युक्त कफ सिरप को भोपाल से रीवा, सतना, मैहर, सीधी और नीमच, मंदसौर तक सप्लाई किया जाता था। जुनेद / 2 फरवरी