राष्ट्रीय
29-Mar-2024
...


क्या है कोविड ​​खिचड़ी घोटाला? मुंबई (ईएमएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने खिचड़ी घोटाले में कथित संलिप्तता की जांच के लिए शिव सेना (यूबीटी) नेता अमोल कीर्तिकर को अपना दूसरा समन जारी कर दिया है। उद्धव की पार्टी ने अमोल को आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मुंबई उत्तर-पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारा है। केंद्रीय एजेंसी के सूत्र ने कहा कि कीर्तिकर को 8 अप्रैल को एजेंसी के सामने पेश होने के लिए बुलावा भेजा गया है। खिचड़ी घोटाला महामारी के दौरान प्रवासी श्रमिकों को खिचड़ी बांटने से जुड़ा है। आरोप है कि खिचड़ी बांटने को लेकर दिए गए ठेके में अनियमितता बरती गई। ईडी 6.37 करोड़ रुपये के कथित घोटाले की जांच कर रही है, जो महामारी के दौरान हुआ था। आरोप है कि घोटाले की रकम का कुछ हिस्सा अमोल के खाते में आया था। पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने पिछले वर्ष अक्टूबर में उनका बयान दर्ज किया था। ईडी सूत्रों ने कहा कि कीर्तिकर पर आरोप है कि उन्होंने खिचड़ी वितरण में शामिल एक विक्रेता के लिए ठेका हासिल करने में सहायता की और विक्रेता के साथ कुछ पैसों का लेनदेन किया। ईडी पूछताछ के जरिए इन आरोपों को वेरीफाई करना चाहती है। कीर्तिकर के खिलाफ ईडी की कार्रवाई के बावजूद, शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि पार्टी मुंबई उत्तर-पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र के लिए अपना उम्मीदवार नहीं बदलेगी। इसके पहले ईडी ने 16 मार्च को बृहन्मुंबई नगर निगम के खिचड़ी घोटाला मामले में लगभग 88.51 लाख रुपये की अंचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त किया था। धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के अंतर्गत आरोपी शिवसेना (यूबीटी) नेता सूरज चव्हाण की संलग्न संपत्तियों में मुंबई में एक आवासीय फ्लैट और रत्नागिरी जिले में एक कृषि भूखंड शामिल है। शिवसेना (यूबीटी) ने लोकसभा चुनाव के लिए 16 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की। मुंबई उत्तर-पश्चिम से पार्टी ने शिवसेना सांसद गजानन कीर्तिकर के बेटे अमोल को उम्मीदवार बनाया। गजानन मुख्यमंत्री शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना से हैं। पहली सूची की घोषणा के कुछ घंटों बाद, अमोल कीर्तिकर को पहला ईडी नोटिस मिला था, जिसमें उन्हें उसी दिन एजेंसी के सामने उपस्थित होने के लिए कहा गया था। कीर्तिकर के वकील ईडी के कार्यालय पहुंचे और अपने मुवक्किल को जांच में शामिल होने के लिए और समय देने का अनुरोध किया था।