क्षेत्रीय
03-Apr-2024
...


फरार पूर्व कुलपति और कुलसचिव के खिलाफ जारी होगा लुक आउट नोटिस भोपाल(ईएमएस)। करोड़ो रुपये की जालसाजी को लेकर इन दिनो लगातार सुर्खियो में चल रहे राजीव गांधी प्रौघोगिकी विश्वविघालय के तत्कालीन कुलपति, कुलसचिव, वित्त नियत्रंक की गिरफ्तारी के लिये जहॉ ईनाम घोषित किया गया है। वहीं आरोपी सुनील कुमार गुप्ता और राकेश सिंह राजपूत के विरूद्ध लुक आउट नोटिस जारी करने के लिए भी विभाग की और से गृह मंत्रालय को पत्र भी लिखा है। पुलिस को आशंका है कि यह दोनो आरोपी देश से बाहर भी जा सकते है। जानकारी के अनुसार बीती 3 मार्च को आरजीपीवी के कुल सचिव डॉक्टर मोहन सेन ने आरोपी सुनील कुमार तत्कालीन कुलपति, आर.एस. राजपूत, तत्कालीन कुलसचिव, ऋषिकेश वर्मा, तत्कालीन वित्त नियत्रंक, कुमार मयंक, दलित संघ सोहागपुर सहित अन्य के खिलाफ विश्वविघालय में बीते सालो में अनियमितता एवं अनाधिकृत रूप से आपराधिक षडयंत्र रच कर विश्वविघालय की 19 करोड़ 48 लाख की रकम निजी खातों में जमा करवाने की रिपोर्ट थाना गांधीनगर में दर्ज कराई थी। गॉधीनगर पुलिस ने धारा 420ए, 467ए, 468ए, 120ठ,ए409, 7ए 13(1) ए 13 (2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मामला कायम किया था। पुलिस ने मामले में एक आरोपी कुमार मयंक को 22 मार्च को गिरफ्तार कर लिया, जिसे रिमांड के बाद की गई पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है। अधिकारियो का कहना है की आरोपी सुनील कुमार गुप्ता, राकेश सिंह राजपूत, ऋषिकेश वर्मा के खिलाफ फर्जी दस्तावेज तैयार कर हेराफेरी करते हुए आर्थिक लाभ लेने के उद्देश्य से विश्वविघालय की शासकीय रकम 19.48 करोड निजी खातों में ट्रांसफर करने और गबन करने के आरोप जॉच में सही पाये गये है। वीसी समेत आरजीपीवी के तीनों आरोपी फरार हैं। सूत्र बताते है कि एफआईआर दर्ज होने के दो दिन पहले से ही ये सभी अपने घरो से भाग गए थे। अभी इनके घरों पर ताले लटके हैं। अफसरो का कहना है कि उनकी धरपकड़ के प्रयास जारी है, सभी आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिये भुमिगत हो गये है। पुलिस उपायुक्त जोन-04, द्वारा आरोपी सुनील कुमार गुप्ता, राकेश कुमार राजपूत, ऋषिकेश वर्मा की गिरफ्तारी पर 3-3 हजार रूपये का ईनाम घोषित करते हुए ईनाम की रकम बढाने के लिये आला अफसरो को पत्र भी भेजा गया है। वहीं आरोपी सुनील कुमार गुप्ता एवं आरोपी राकेश सिंह राजपूत के विरूद्ध लुक आउट नोटिस जारी करने के लिए भी विभाग की और से गृह मंत्रालय को पत्र भी लिखा है। जुनेद / 3 अप्रैल