राज्य
19-Apr-2024


नई दिल्ली (ईएमएस)। प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली वक्फ बोर्ड में करोड़ों रुपए की हेराफेरी और अवैध नियुक्ति करने के आरोप में आप विधायक अमानतुल्लाह खान को गुरुवार की रात 13 घंटे की पूछताछ के बाद छोड़ दिया है। ओखला से दो बार के विधायक अमानतुल्लाह खान का विवादों से पुराना नाता रहा है। आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान को प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली वक्फ की सम्पति एवं फंड मामले में 13 घंटे की पूछताछ के बाद छोड़ दिया है। अमानतुल्लाह आम आदमी पार्टी के सदस्य हैं और दिल्ली की छठी विधान सभा में दिल्ली के ओखला विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। अमानतुल्लाह खान नवंबर 2020 से दिल्ली वक्फ बोर्ड के निर्वाचित अध्यक्ष हैं। उन पर दिल्ली वक्फ बोर्ड में अवैध नियक्ति करने का आरोप लगा है। इसी मामले में ईडी ने उनसे पूछताछ की है। इसके पहले ईडी ने अमानतुल्लाह से जुड़े 36 करोड़ रुपये के संपत्ति मामले में दायर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आरोपपत्र पर संज्ञान लिया था। ईडी ने आरोपी जीशान हैदर, उनकी पार्टनरशिप फर्म स्काईपावर, जावेद इमाम सिद्दीकी, दाऊद नासिर और कौसर सिद्दीकी के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। ईडी ने आरोप लगाया था कि खान के इशारे पर 36 करोड़ रुपये की संपत्ति गलत कमाई से खरीदी गई थी। आरोप लगा था कि खान से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत दिल्ली वक्फ बोर्ड के लिए कर्मचारियों की भर्ती में कथित अनियमितताएं हुईं है। आरोपों में 100 करोड़ रुपये की संपत्तियों की हेराफेरी और दिल्ली वक्फ बोर्ड में लोगों को नौकरी देने के साथ-साथ धन की हेराफेरी शामिल था। अक्टूबर 2023 में, ईडी ने खान और अन्य से जुड़े परिसरों पर तलाशी के बाद दावा किया था कि विधायक ने दिल्ली वक्फ बोर्ड के कर्मचारियों की अवैध भर्ती से नकदी के रूप में अपराध की बड़ी रकम अर्जित की और इसे खरीद में निवेश किया था। यह निवेश उनके सहयोगियों के नाम पर अचल संपत्ति के रूप में किया था। 2018-2022 तक वक्फ संपत्तियों को गलत तरीके से पट्टे दिए गए थे। अजीत झा/ देवेन्द्र/नई दिल्ली/ईएमएस/19/अप्रैल/2024