राज्य
19-Apr-2024


बस्तर (ईएमएस)। मैने मारे गए लोगों की संख्या गिनना बंद कर दिया है यह शब्द कांकेर मुठभेड़ के योजनाकार इंस्पेक्टर लक्ष्मण केवट के हैं। वे 6 वीरता पदक भी जीत चुके हैं। कांकेर में माओवादियों के लिए अब तक की सबसे घातक मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ के बाद केवट ने यह बयान दिया है। केवट सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ के मास्टरमाइंड के रूप में प्रसिद्ध हैं। उन्हें कांकेर ऑपरेशन से पहले ही 44 माओवादियों को मार गिराने का श्रेय दिया गया था। कांकेर के एसपी कल्याण एलेसेला ने बुधवार को बताया कि इंस्पेक्टर केवट उस मुठभेड़ के मास्टरमाइंड थे जिसमें 29 माओवादी मारे गए। केवट ने कांकेर ऑपरेशन के बारे में बताया कि उन्होंने कैसे खुफिया जानकारी व धैर्य और जबरदस्त गोलाबारी ने सुरक्षा बलों को जीत दिलाई। कोटारी नदी के दूसरी तरफ की पहाड़ी को माओवादियों का क्षेत्र कहा जाता है जहां कोई भी उनकी अनुमति के बिना जाने की हिम्मत नहीं करता है। उनकी मौजूदगी के बारे में पता चलने के बाद हमने एक ऑपरेशन शुरू करने की योजना बनाई। फिर हमने उनके मुख्य क्षेत्र में मार्च करने का फैसला किया। विभिन्न क्षेत्रीय समितियों के कैडर वहां एकत्र हुए थे। कई मुठभेड़ों में हिस्सा ले चुके केवट ने बताया कि गोली लगने के बाद गिरते जवानों की तस्वीरें उनकी आंखों में घूम रही थीं लेकिन उन्होंने अपनी बंदूक की निगाहों पर ध्यान केंद्रित किया और लगातार गोलियां चलाईं। उन्होंने कहा कि मैं प्रार्थना कर रहा था कि हर गोली किसी माओवादी को लगे। केवट से जब पूछा गया कि उन्होंने खुद कितने लोगों को गोली मारी है तो उन्होंने कहा मैं अब माओवादियों की लाशें नहीं गिनता हूं। मैं अब केवल बड़ी पकड़ पर ही ध्यान केंद्रित करना चाहता हूं। पवन सोनी/ईएमएस 19 अप्रैल 2024